- आरडीएसओ ने तैयार किया है डिवाइस, एनईआर के छह स्टेशनों पर शुरू हुई टेस्टिंग

- ट्रेन रेंज में आते ही रक्षक कर देगा अलर्ट, ग्रुप लीडर को मिलेगा स्पेशल हैंड हेल्ड डिवाइस

- पिछले दिनों हुए हादसे में गई थी चार गैंगमैन की जान

GORAKHPUR: मुसाफिरों का सफर सिक्योर हो, इसके लिए रेलवे हमेशा ही कोशिशों में रहता है। लगातार नए-नए तरीके और टेक्नीक का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे हादसों में नुकसान कम से कम हो। अब रेलवे ने ट्रैक पर काम करने वाले एंप्लॉइज के बारे में भी सोचना शुरू कर दिया है। ट्रैक मेनटेनेंस में लगे इंजीनियर्स, गैंगमैन और की-मैन की जान अब हादसे में नहीं जाएगी। रेलवे के रिसर्च, डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) ने हैंडहेल्ड डिवाइस 'रक्षक' बनाया है। जिसके जरिए ट्रेन के एक निश्चित दायरे में आने पर यह डिवाइज वहां काम कर रहे लोगों को अलर्ट कर देगा, जिससे वह समय रहते ट्रैक खाली कर देंगे और किसी तरह के हादसे की संभावना कम हो सकेगी।

मेठ को मिलेगा डिवाइस

रेलवे की ओर से गैंगमैन की टीम को हेड करने वालों को मेठ कहा जाता है। यह उपकरण हैंडहेल्ड सेट वॉकी-टॉकी की तरह होता है। इसे मेठ को अपने पास रखना जरूरी होगा। यह डिवाइस सिगनलिंग सिस्टम से डायरेक्ट कनेक्ट होगा, जो स्टेशन मास्टर के ऑफिस में लगे ट्रांसमीटर से सीधा जुड़ा हुआ होगा। प्लेटफॉर्म पर खड़ी ट्रेन को जैसे ही आगे बढ़ने के लिए सिग्नल मिलेगा, वैसे ही रेल लाइन पर मौजूद मेठ के पास मौजूद रक्षक के जरिए उसे मैसेज मिल जाएगा। इसके बाद मेठ ट्रैक को खाली करा देगा।

रक्षक कर रहा है काम

रेलवे के इस खास हैंडहेल्ड टर्मिनल रक्षक की बात करें तो पाइलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसका इस्तेमाल शुरू किया जा चुका है। एनई रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ने लखनऊ मंडल के छह स्टेशंस पर इसका इस्तेमाल भी शुरू कर दिया है। यह काफी उपयोगी साबित हुआ है, जिम्मेदारों की मानें तो जल्द ही दूसरे मंडलों में भी इस डिवाइस को डिस्ट्रिब्यूट कर दिया जाएगा, जिससे वहां पर भी गैंगमैन और ट्रैकमैन वक्त रहते अलर्ट हो सकें और हादसे में किसी की जान न जाए।

बॉक्स

अभी हूटर का होता है इस्तेमाल

ट्रैक पर काम करने वाले कर्मचारियों को अलर्ट करने की बात करें तो अभी पुरानी टेक्नीक वर्क कर रही है। यहां ट्रैक पर काम करने वाले कर्मचारियों को सचेत करने के लिए हूटर सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है। जिस जगह पर ट्रैफिक मेनटेनेंस का वर्क चलता है, वहां गैंगमैन के हेड एक हूटर लगवाता है, जिसे बजाने के लिए एक कर्मचारी की वहां तैनाती की जाती है। यह लगातार ट्रैक के दोनों ओर नजर रखता है और किसी भी साइड से ट्रेन आती देख, वह फौरन ही हूटर बजा देता है, जिससे वहां काम कर रहे कर्मचारी अलर्ट हो जाते हैं और ट्रैक के किनारे हो जाते हैं। फिर ट्रेन पास होने के बाद वह वापस काम शुरू कर देते हैं।

वर्जन

रेलवे ट्रैक पर काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए आरडीएसओ ने हैंडहेल्ड टर्मिनल बनाया है। इसके जरिए ट्रैक पर ट्रेन आने के दौरान यह टर्मिनल कर्मचारियों को खुद अलर्ट कर देगा, जिससे दुर्घटना की संभावना कम हो सकेगी।

- संजय यादव, सीपीआरओ, एनई रेलवे