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पारदर्शी प्रक्रिया के साथ कुंभ मेला में जमीन आवंटन के लिए डिजिटल सिस्टम होगा लागू

dhruva.shankar@inext.co.in

ALLAHABAD: संगम की रेती पर तीन महीने के बाद कुंभ मेला का आयोजन होने जा रहा है। मेला में तेरह अखाड़ों से लेकर संस्थाओं को दी जाने वाली जमीन को लेकर किसी तरह का विवाद ना होने पाए इसके लिए मेला प्रशासन ने जोरों पर तैयारियां शुरू कर दी है। मेला प्रशासन ने पारदर्शिता के साथ जमीन आवंटन के लिए डिजिटल प्रक्रिया अपनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए जिन संस्थाओं को मेला एरिया में जमीन आवंटित की जाएगी उसके लिए संस्थाओं को ई-मेल और मोबाइल के जरिए सूचित करने की योजना बनाई गई है।

आफिस का नहीं लगाना होगा चक्कर

यूनेस्को से कुंभ मेला को सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल किए जाने के बाद उसकी महत्ता को पूरी दुनिया के सामने भव्य तरीके से दिखाने पर कार्य किया जा रहा है। यही वजह है कि मेला प्रशासन के आफिस में संस्थाओं से सिर्फ आवेदन लिया जाएगा। उसके बाद जमीन का आवंटन कब होगा, किस संस्था को किस दिन जमीन आवंटित की जाएगी, पहले उस संस्था को कितनी सुविधा मिलती थी और कुंभ मेला में कितनी सुविधा दी जाएगी। इन सभी की जानकारी संबंधित संस्थाओं को ई-मेल व मोबाइल के जरिए दी जाएगी।

पंद्रह नवम्बर से शुरू होगा आवंटन

बारिश का सीजन समाप्त होने के बाद मेला प्रशासन जमीन आवंटन की तैयारियों में लग गया है। प्रशासन की ओर से पंद्रह नवम्बर से मेला एरिया में जमीन आवंटन की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया गया है। आवंटन के क्रम में सबसे पहले देश के तेरह अखाड़ों को जमीन का आवंटन किया जाएगा। उसके बाद संस्थाओं को जमीन आवंटित की जाएगी।

एक अक्टूबर से होगा समतलीकरण

इस बार कुंभ मेला 3200 हेक्टेयर जमीन पर बसाने की योजना बनाई गई है। जिसका एरिया फाफामऊ से लेकर अरैल तक और झूंसी साइड में छतनाग तक बसाया जाएगा। इतना ही नहीं पूरे एरिया को बीस सेक्टरों में विभाजित भी किया जाएगा। इसके लिए जमीन को समतल करने का कार्य एक अक्टूबर से शुरू कराया जाएगा। जिसके लिए डेढ़ महीने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है।

प्रमुख स्नान पर्व व तिथियां

पंद्रह जनवरी : मकर संक्रांति, पहला शाही स्नान

21 जनवरी : पौष पूर्णिमा

चार फरवरी : मौनी अमावस्या, दूसरा शाही स्नान

दस फरवरी : बसंत पंचमी, तीसरा शाही स्नान

19 फरवरी : माघी पूर्णिमा

चार मार्च : महाशिवरात्रि

कुंभ मेला के लिए जितनी भी संस्थाओं को जमीन आवंटित की जाएगी उसके लिए उन्हें ई-मेला या मोबाइल के जरिए सूचित किया जाएगा। इसके लिए आवंटन की पूरी प्रक्रिया डिजिटल तरीके से की जाएगी। लेकिन उसके पहले एक अक्टूबर से मेला एरिया में जमीन को समतल करने का कार्य शुरू कराया जाएगा।

विजय किरण आनंद, कुंभ मेलाधिकारी