अहमदाबाद  (पीटीआई)। गुजरात के विधायकों की सालाना आय को लेकर एक गैर सरकारी संगठन की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। इसमें अनपढ़ व स्कूल स्तर की शिक्षा वाले विधायक स्नातक व उच्च डिग्री रखने वाले विधायकों से अधिक कमा रहे हैं। चुनाव सुधार के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संगठन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने गुजरात इलेक्शन वाॅच के साथ मिलकर यह रिपोर्ट पेश की है। सालाना आय की यह रिपोर्ट पिछले साल विधानसभा चुनाव के दाैरान विधायकों द्वारा दिए गए हलफनामे के आधार पर तैयार हुई है। चुनावी हलफनामों में विधायकों द्वारा आय, पेशे और शैक्षिक योग्यता का पूरा विवरण दिया गया था।

182 विधायकों में 161 की औसत वार्षिक आय 18.80 लाख रुपये
प्रकाशित रिपोर्ट में गुजरात के कुल 182 विधायकों में से 161 की औसत वार्षिक आय 18.80 लाख रुपये है। रिपोर्ट जारी करते हुए एडीआर ने अपनी विज्ञप्ति में कहा है कि 182 विधायकों में स्वतंत्र विधायक जिग्नेश मेवानी समेत 21 की वार्षिक आय के बारे में विवरण उपलब्ध नहीं है क्योंकि इन्होंने अपने संबंधित मतदान हलफनामे में इसके बारे में कुछ भी नहीं बताया। ऐसे में 161 विधायकों के शपथ पत्र का विश्लेषण करने पर उनकी औसत वार्षिक आय 18.80 लाख रुपये पाई गई है। वाधवान से बीजेपी विधायक धनजीभाई पटेल 3.90 करोड़ रुपये की वार्षिक आय के साथ लीड कर रहे हैं। वहीं वडोदरा से महिला बीजेपी विधायक सीमाबेन मोहिल इस सूची में सबसे नीचे  69,340 रुपये की वार्षिक के साथ शामिल हैं।

चार अशिक्षित विधायकों की औसत वार्षिक आय 74.17 लाख रुपये

इन 161 विधायकों में से 33 ने अपने पेशे के रूप में बिजनेस का जिक्र किया है,  जबकि 56 विधायकों ने कहा है  कि वे 'किसान' हैं।  शेष विधायकों ने रियल एस्टेट और सोशल वर्क जैसे कई अन्य व्यवसाय दिखाए हैं। इसमें शैक्षिक योग्यता के आधार पर 63 स्नातक विधायकों की औसत वार्षिक आय 14.37 लाख रुपये है। वहीं  5वीं और 12वीं के बीच की 'शैक्षिक योग्यता'  वाले 85 विधायकों की औसत वार्षिक आय 19.83 लाख रुपये है। इससे ज्यादा दिलचस्प बात ये है कि चार अशिक्षित विधायकों की औसत वार्षिक आय 74.17 लाख रुपये है। यह पढ़े-लिखे व साक्षर विधायकों की कमाई की तुलना में काफी अधिक है।

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