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KANPUR : दिल्ली और यूपी में पकड़े गए हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम के आतंकियों का कानपुर कनेक्शन सामने आ चुका है। एनआईए जांच में कानपुर से आतंकियों को फंडिंग की जानकारी होने के बाद अब जाजमऊ के एक धार्मिक स्थल से संबंध होने का पता चला है। बताया जा रहा है कि अमरोहा में पकड़ा गया हरकत-उलहर्ब-ए-इस्लाम का यूपी चीफ आतंकी सुहैल का इस धार्मिक स्थल पर आना जाना था। यह धार्मिक स्थल खुरसान माड्यूल के आतंकियों के पकड़े जाने के दौरान चर्चा में आया था। उस समय एटीएस और एनआईए सबूत नहीं जुटा पाए थे, लेकिन एक बार फिर धार्मिक स्थल के सामने आने पर एनआईए की टीम पड़ताल में जुट गई है।

पहले से घेरे में हैं धार्मिक स्थल

एनआईए की जांच में कानपुर का जो धार्मिक स्थल आया है वहां धार्मिक गतिविधि के साथ ही तालीम भी दी जाती है। इसी धार्मिक स्थल पर खुरसान माड्यूल के आतंकी गौस और उसके साथी जाते थे। गौस खुरसान माड्यूल का चीफ था। एटीएस ने उसको साथियों संग गिरफ्तार किया था। इसके बाद से एनआईए इस धार्मिक स्थल से जुड़़े लोगों पर नजर रख रहा है। अमरोहा में पकड़ा गया आतंकी सुहैल जब कानपुर आता था तो इस धार्मिक स्थल पर जरूर जाता था। जांच एजेंसियों का मानना है कि सुहैल युवाओं के  जहन में आतंकवाद का जहर घोलने के लिए वहां पर जाता था। बहरहाल इस बाबत जांच एजेंसियों के जुड़े अफसरों ने जांच का हवाला देकर कुछ भी बताने से इंकार कर दिया है।

गणतंत्र दिवस पर खूनखराबा करने का था मंसूबा

एनआईए को आतंकियों से पूछताछ में यह पता चला कि उनका मंसूबा गणतंत्र दिवस पर सीरियल ब्लास्ट कर देशवासियों को दहलाने का था। इसके अलावा अयोध्या राम मंदिर समेत कई धार्मिक स्थल और भीड़भाड़ वाले इलाके भी इनके टारगेट पर थे। हालांकि एनआईए अभी यह नहीं पता लगा पाई है कि इन लोगों ने कहां-कहां पर ब्लास्ट करने की साजिश रची थी।

मजलूमों की मदद के नाम पर

आतंकी सुहैल जिस धार्मिक स्थल पर जाता था, वहां पर चमड़ा कारोबारी, टेनरी मालिक और अन्य कारोबारी भी जाते हैं। बताया जा रहा है कि सुहैल ने यहां पर पहले चमड़े के धंधे के नाम पर इनसे संपर्क बनाया और फिर उन्हें विश्वास में लेकर खौफनाक मंसूबों के लिए फंड जुटा रहा था। वह इनसे अपने समुदाय के गरीब लोगों की मदद के नाम पर पैसा लेता था। इस दौरान उसने पांच-छह कारोबारियों को गुमराह कर फंडिंग के लिए तैयार कर लिया था।

ऑनलाइन बम बनाना सीखा था

अमरोहा से पकड़े गए आतंकी सुहैल के पास से बरामद लैपटॉप और मोबाइल फोन को एनआईए ने खंगाला तो पता चला कि सुहैल ऑनलाइन बम बनाने की ट्रेनिंग ले रहा था। बम की क्षमता देखने के लिए दो बार वह पार्क में विस्फोट भी कर चुका है। उसने कई संदिग्ध लोगों को यह वीडियो भेजा भी था। अब एनआईए यह पता लगा रही है कि उसने किन लोगों को किस मकसद से वीडियो भेजा था। कुछ नंबर एनआईए के हाथ लगे हैं।

सोशल मीडिया से करता था ट्रैप

अमरोहा में पकड़ा गया आतंकी सुहैल सोशल मीडिया से ही आतंकी संगठन हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम से जुड़ा था। इसके बाद वह सोशल मीडिया से ही युवाओं से संपर्क कर उनका ब्रेन वॉश कर रहा था। साथ ही हनीट्रैप के जरिए बिगड़ैल युवाओं को फंसा रहा था। उसके संगठन के जुड़े लोग सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को भड़काऊ पोस्ट करते हैं। अगर किसी ने इनकी पोस्ट को लाइक कर कमेंट किया तो ये लोग उससे धार्मिक बातों को लेकर चैटिंग कर उकसाते है। जब इन्हें यकीन हो जाता है कि सामने वाला उनके जाल में फंस गया है तो ये लोग उनसे मिलकर बात करते हैं। इस तरह ये लोग धीरे धीरे सामने वाले को गुमराह कर देते है।

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