-नाले के कचरे से उड़ता कार्बन छीन सकता है आंखों की रोशनी, जिम्मेदार का नहीं है कोई ध्यान

क्कन्ञ्जहृन्: नगर निगम की मनमानी आपके आंखों की रोशनी छीन सकती है। नाला का कचड़ा सूखकर हवा के साथ आंखों में बड़ा इंफेक्शन पैदा कर रहा है। पटना में एक दो नहीं अमूमन सभी जगहों पर आंखों पर खतरनाक अटैक हो रहा है। नगर निगम नाला की सफाई करने के बाद मलबा सड़क की पटरियों पर रखता है जो सूखकर जहरीला कार्बन बनकर आंखों तक पहुंच रहा है। पटना के केसरीनगर एरिया में आंखों पर जहरीला अटैक तेजी से हो रहा है जिससे अधिकतर लोगों को आई इंफेक्शन हो गया है। केसरी नगर और राजीवनगर इलाके में तो हर तीसरा इंसान आंखों के इंफेक्शन से परेशान है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट आज आपको पड़ताल कर बताएगा किस तरह से आपकी आंखों की रोशनी से नगर निगम खिलवाड़ कर रहा है।

ऐसे हो रहा आंखों पर अटैक

नगर निगम नालों की साफ सफाई साल में एक या दो बार करता है। नाला में हर तरह का कचरा होता है। जब सफाई होती है तो सड़क की पटरियों पर इसका मलबा सूखने के लिए रखा जाता है और फिर वह सूखकर उठाए जाने से पहल हवा के साथ कण बनकर उड़ने लगता है। मेडिकल एक्सपर्ट का कहना है कि कचरा सड़ा होता है जिससे यह खतरनाक कार्बन के कण के रूप में हवा के साथ लोगों की आंखों व फेफड़ों तक पहुंचता है। पटना के राजीव नगर के बड़े नाला की सफाई चल रही है। इसमें केसरी नगर के नाला रोड को पूरी तरह से गंदगी से पाट दिया गया है। तेज धूप और गर्मी में नाला से निकला बलवा सूख गया और वह हवा के साथ तेजी से फैल रहा है। कचरा से तो सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। गाडि़यों के गुजरने के बाद तो सड़क पर पैदल चलने वालों की मुश्किल बढ़ जाती है और ऐसे लोग ही इसके शिकार हो रहे हैं जिसकी आंखों में यह कार्बन वाले कण पहुंच रहे हैं।

हर तीसरा इंफेक्शन से परेशान

पटना के केसरी नगर और राजीव नगर एरिया में रहने वाला हर तीसरा इंसान नगर निगम की मनमानी का शिकार हो रहा है। इस एरिया में एक सप्ताह के अंदर सबसे अधिक आंखों के इंफेक्शन के मामले बढ़ हैं। लोगों का कहना है कि धूल के कण आंखों में पहुंचने के बाद पहले तो मिर्चा पाउडर की तरह जलन होती है और फिर खुजली के साथ आंख लाल हो जाती है। आंखों में दाना और सूजन के साथ अन्य कई परेशानी हो जाती है जो आंखों की रोशनी तक को डैमेज कर सकती है।

पड़ताल में ये सच आया सामने

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने जब केसरी नगर एरिया में पड़ताल की तो चौकाने वाला खुलासा सामने आया। केसरी नगर नाला रोड पर दुकान करने वालों की तो हालत खराब है। अधिकतर को नाक व आंख के साथ फेफड़े में इंफेक्शन है। सबसे अधिक मरीज तो आंख के हैं। इंफेक्शन से जलन व आंखों से पानी आना आम समस्या हो गई है। स्किन के इंफेक्शन के मामले में भी तेजी से बढ़ रहे हैं। डीजे आई नेक्स्ट की टीम ने दुकानदारों के साथ आस पास रह रहे लोगों से बातचीत के आधार पर यह पाया कि नगर निगम की मनमानी के कारण लोगों के आंखें बड़ी परेशानी उठा रही हैं।

नाला के कचरा में कई ऐसी गंदगी होती है जो आंखों में जाने के बाद थोड़ी सी लापरवाही में रोशनी तक को खत्म कर सकती है। इसमें कार्बन के पार्टिकल होते हैं जो आंखों में खुजली से शुरू होकर बड़ा इंफेक्शन पैदइा कर रहे हैं। इसे लेकर सावधान रहें। मास्क के साथ पूरी तरह से आंखों को ढकने वाला चश्मा लगाएं।

-डॉ सुनील कुमार सिंह, नेत्र सर्जन संजीवनी आई हॉस्पिटल