ALLAHABAD: केपी कॉलेज में फूड प्वॉइजनिंग का शिकार हुए एनसीसी कैडेट्स के बेहोश होने की जानकारी मिलते ही एसएसपी नितिन तिवारी, आईपीएस सुर्किति माघव के साथ कई थानों की फोर्स के साथ बेली अस्पताल पहुंच गए। हालांकि पुलिस अधिकारियों के पहुंचे पहले ही कई छात्र नेता अपने समर्थकों के साथ अस्पताल पहुंच गए थे। इस दौरान छात्रनेता और पुलिस अधिकारियों के बीच कई बार कहासुनी भी हुई लेकिन एसएसपी के कड़े रुख के आगे वह शांत हो गए। शांति व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर कैंट इंस्पेक्टर को फोर्स के साथ अस्पताल में तैनात कर दिया गया था। ताकि किसी प्रकार की कोई समस्या न उत्पन्न हो सके।

अंदर जाने पर लगी रही रोक

सैकड़ों कैडेट्स के बेहोश होने पर अस्पताल में लोगों की भीड़ जमा हो गई। भीड़ बढ़ती देख एसएसपी ने किसी को भी अंदर प्रवेश करने से मना कर दिया। इस बात को लेकर वहां मौजूद छात्रनेता और उनके समर्थकों में नाराजगी हो गई। जिसके चलते उनकी पुलिस अधिकारियों और गेट पर तैनात पुलिस से कहासुनी और नोक-झोक की नौबत तक आ गई। हालांकि इस दौरान कुछ आक्रोशित छात्र अंदर प्रवेश कर गए और उन्होंने लेटलतीफी कर रहे डॉक्टरों से बहस कर ली। जानकारी होते ही पुलिस अंदर पहुंची और छात्रों को बाहर निकाला।

देर रात पहुंचे परिवार वाले

जैसे ही एनसीसी कैडेट्स के परिवार वालों को हादसे की जानकारी हुई, वह एक-एक कर अस्पताल पहुंचने लगे। परिवार वालों के आने का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। हालांकि इस दौरान परिवार वालों को अंदर जाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। पूछताछ के बाद एक-एक कर पुलिस ने अंदर जाने दिया।

मची रही अफरा-तफरी

उधर एक के बाद एक बच्चों के आने का सिलसिला देख अस्पताल में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। एक तरफ जहां अस्पताल के डॉक्टर इलाज में जुट रहें तो वहंी दूसरी तरफ पुलिस वाले भीड़ को संभालने में जुट हुए थे। इमरजेंसी वार्ड में भीड़ के चलते कई कैडेट्स को सफोकेशन होने लगा। वह अंदर से बाहर भागने लगे। किसी तरह उन्हें साथियों ने संभाला और पानी पिलाकर किसी तरह अस्पताल परिसर में टहलाया।