RANCHI : अगर आप भी इलाज के लिए रिम्स जा रहे हैं तो आपको सबकुछ बदला-बदला सा नजर आएगा। चूंकि रिम्स के इमरजेंसी को चमकाने का काम तेजी से चल रहा है। पेंटिंग से लेकर होर्डिग्स भी लगाए जा रहे हैं। वहीं आयुष्मान भारत को लेकर रिसेप्शन का भी रंग-रूप बदल गया है। कुछ-कुछ देर पर रेगुलर सफाई का भी काम चल रहा है। लेकिन वार्डो के अलावा हॉस्पिटल की स्थिति जस की तस बनी हुई है। जगह-जगह गंदगी देखकरअंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे सफाई के नाम पर केवल आईवॉश किया जा रहा है। अगर प्रधानमंत्री औचक निरीक्षण के लिए रिम्स पहुंच जाएं तो पूरी व्यवस्था की ही पोल खुल जाए।

तीन करोड़ सफाई पर खर्च

हॉस्पिटल से लेकर हॉस्टल तक सफाई का जिम्मा अन्नपूर्णा यूटिलिटी सर्विसेज को दिया गया है, जिसे वार्डो के अलावा कैंपस की भी सफाई करनी है। इसके लिए प्रबंधन सालाना तीन करोड़ रुपए खर्च करता है। इसके बाद भी कैंपस में गंदगी का अंबार लगा है। वहीं कई वार्डो में भी सफाई का हाल खराब है। इससे हॉस्पिटल एरिया में सफाई का अंदाजा लगाया जा सकता है।

रिम्स से शुरू होगा आयुष्मान भारत

प्रधानमंत्री 23 सितंबर को प्रभात तारा मैदान से आयुष्मान भारत की आनलाईन लांचिंग करेंगे, जिसका लाभ रिम्स में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को सबसे पहले मिलेगा। इसके लिए रिम्स में आयुष्मान भारत का कियोस्क भी बनाया गया है। जहां लोगों का आयुष्मान भारत कार्ड बनाने का काम भी चल रहा है। वहीं लोगों को इसके बारे में जानकारी भी उपलब्ध कराई जा रही है।

कैंपस में गंदगी का अंबार

हॉस्पिटल की मेन बिल्डिंग से लेकर सुपरस्पेशियलिटी में भी हर दिन सफाई का रोस्टर बना है। लेकिन कैंपस में जगह-जगह कचरे का अंबार लगा हुआ है। इस वजह से मरीजों के परिजनों को भी काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। वहीं सुपरस्पेशियलिटी के बाहर तो स्थिति नर्क जैसी है। स्थिति इतनी ज्यादा खराब है कि लोग सांस रोककर वहां से गुजर रहे हैं।

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