JAMSHEDPUR: कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) में महज तीन कॉलेजों में ही शिकायत व सुझाव पेटी है। इनमें जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज के बीएड डिपार्टमेंट, वर्कर्स कॉलेज मानगो और एबीएम कॉलेज गोलमुरी शामिल हैं। इनके अलावा केयू के किसी अन्य कॉलेज में शिकायत व सुझाव पेटी नहीं दिखती। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) के मुताबिक पेटी शिकायत दर्ज कराने के लिए बेहतर माध्यम है। यूजीसी ने भी छात्रहित के लिए और कॉलेजों को सशक्त बनाने के ख्याल से शिकायत व सुझाव पेटी रखने का निर्देश दिया है। कॉलेजों में शिकायत सह सुझाव पेटी नहीं होने से शिकायत-सुझाव की परंपरा खत्म होती जा रही है। यूजीसी की माने तो छात्र संघ के पास मात्र 10 प्रतिशत छात्र-छात्राएं ही अपनी समस्याएं रख पाते हैं। जबकि अन्य छात्र अपनी शिकायतों के लिए सीधे प्राचार्य से मुखातिब होते हैं। इनके लिए अलग से किसी तरह की शिकायत पेटी नहीं है।

नैक ग्रेडिंग में महत्व

शिकायत व सुझाव पेटी शैक्षणिक समस्याओं और पठन-पाठन की गुणवत्ता को जानने का सबसे सशक्त माध्यम है। नैक की ग्रेडिंग के दौरान शिकायत व सुझाव पेटी का काफी महत्व है। कौन शिक्षक कैसा पढ़ाते हैं, इसका फीडबैक भी मिलता है। जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज और वर्कर्स कॉलेज में इस तरह की कई शिकायतों को हल किया गया है। पेटी को दिन में एक बार खोला जाना भी है, ताकि यह पता चल सके कि एक दिन में इस पेटी में कितने पत्र आते हैं।

यहां है शिकायत सह सुझाव पेटी

जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज, एबीएम कॉलेज गोलमुरी, वर्कर्स कॉलेज। इन कॉलेजों में महीना में 10 से 15 शिकायत व सुझाव आते हैं। इसमें छात्राएं अधिकतर शिकायतें करती हैं।

यहां नहीं है शिकायत सह सुझाव पेटी

टाटा कॉलेज चाईबासा, महिला कॉलेज चाईबासा, जीसी जैन कॉमर्स कॉलेज, केएस कॉलेज सरायकेला, को-ऑपरेटिव कॉलेज, को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज, ग्रेजुएट कॉलेज, घाटशिला कॉलेज, बहरागोड़ा कॉलेज, सिंहभूम कॉलेज चांडिल।

-शिकायत सह सुझाव पेटी से कॉलेज को आगे बढ़ने में काफी मदद मिलती है। महीना में एक बार इसे खोला जाता है। छात्राओं की शिकायत का समाधान मिल बैठकर किया जाता है। शिकायत का समाधान होने के बाद शिकायतकर्ता अगर नाम लिखा है, तो उससे फीडबैक भी लिया जाता है।

-डॉ पूर्णिमा कुमार, प्रिंसिपल, जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज।

-अभी कॉलेजों का निरीक्षण चल रहा है। इस दौरान शिकायत सह सुझाव पेटी है या नहीं इसकी भी जांच की जाएगी। यह छात्र हित की सबसे महत्वपूर्ण व्यवस्था है। उन्हें भी जानकारी मिली है कि कई कॉलेजों में शिकायत सह सुझाव पेटी नहीं है।

-डॉ। एके झा, प्रवक्ता, केयू