-इमरजेंसी और वार्ड तक जाने वाले रास्तों पर लगाए जाएंगे बैरियर

- इमरजेंसी छोड़ अन्य वाहन मेडिकल कॉलेज में नहीं कर पाएंगे प्रवेश

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में आए दिन मारपीट की घटना को लेकर मेडिकल कॉलेज प्रशासन सख्त हो चुका है. सुरक्षा अधिकारी के साथ हुई मीटिंग में यह तय किया है कि वार्ड में आने वाले मरीज के साथ एक ही तीमारदार मौजूद रहेंगे. इसके लिए प्रशासन ने टोकन सिस्टम के अलावा कार्ड जारी करने का निर्णय लिया. जिससे वार्ड में होनी वाली भीड़ को कम किया जा सके. सिर्फ इतना ही नहीं इमरजेंसी व वार्ड तक जाने वाले मुख्य मार्ग पर बैरियर लगाए जाएंगे. जहां सुरक्षा गार्ड की तैनाती की जाएगी. यह मेडिकल प्रशासन की ओर से जारी कार्ड की जांच कर मरीज के साथ एक तीमारदार को साथ रहने की अनुमति देंगे. साथ ही इमरजेंसी वाहन को छोड़कर सामान्य वाहन को परिसर में खड़ी करने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा. इसकी रूप रेखा मेडिकल कॉलेज प्रशासन तैयार कर रही है.

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अब मरीज के साथ आने वाले चार से पांच तीमारदारों की इंट्री पर रोक लगाने की कवायद शुरू कर दी गई है. इसके लिए इंट्री प्वाइंट बनाए जाएंगे. इन इंट्री प्वाइंट पर सुरक्षा गार्ड मुस्तैद होंगे. जो इनकी निगरानी करेंगे. यदि मरीज के साथ एक से ज्यादा अटेंडेंट जाते हैं तो उन्हें बाहर ही रोक दिया जाएगा. साथ ही सुरक्षा गार्ड को यह भी आदेश दिए गए हैं कि वे 24 घंटे की पल-पल की सूचना मेडिकल कॉलेज के सुरक्षा अधिकारी को देंगे. ऐसा न करने वाले गार्डो के खिलाफ सख्ती भी बरती जाएगी. बतातें चलें कि 1050 बेड वाले मेडिकल कॉलेज में हर रोज 100 से अधिक मरीजों को भर्ती किया जाता है. वहीं ओपीडी चार से पांच हजार की होती है. इससे ज्यादा तीमारदारों की भीड़ लग जाती है. इस पर लगाम लगाने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन नई रणनीति बना रहा है.

डॉक्टर्स को जारी किए गए कार्ड

मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने डॉक्टर्स और कर्मचारियों को आईकार्ड जारी किया है. अमूमन ड्यूटी के दौरान नहीं पता चल पाता था कि कौन डॉक्टर व कर्मचारी किस समय अपने ड्यूटी पर तैनात है. साथ ही अन्य लोगों को भी इसकी जानकारी नहीं मिल पाती थी. आईकार्ड जारी होने से नाम जानने में आसानी होगी.

ओपीडी में नहीं झेलनी होगी परेशानी

मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में अब पेशेंट्स को इंतजार नहीं करना पड़ेगा और न तो उन्हें धक्कामुक्की सहनी होगी. अब ओपीडी में टोकन सिस्टम लागू किया जाएगा. इससे मरीजों का इलाज आसान हो जाएगा. हालांकि अभी तक मेडिसिन और आर्थो ओपीडी में ही यह व्यवस्था लागू की गई है. अब मेडिकल कॉलेज प्रशासन सभी ओपीडी में लागू करने जा रहा है.

दो सुरक्षा गार्ड किए गए बाहर

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मारपीट के मामले में सोमवार को सैनिक कल्याण निगम से तैनात दो गार्डो को दोषी पाए जाने पर बाहर का रास्ता दिखा दिया.

बता दें, पिपराइच एरिया मोहरा देवी की तबीयत खराब है. उनका इलाज बीआरडी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. रविवार को रिश्तेदार मनमोहन मरीज को देखने के लिए पहुंचे. वार्ड में तैनात गार्ड के बीच बहस हो गई. आरोप है कि गार्ड कुछ साथियों के साथ लौटा और उनकी पिटाई कर दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने बीच बचाव कर मामले को शांत कराया. इस मामले की शिकायत पर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने सैनिक कल्याण निगम को पत्र लिखकर गार्ड विनोद कुमार और विजय पांडेय को निकाल दिया.

वर्जन

पिछली बार हुई घटना में सुरक्षा गार्डो को सख्त हिदायत दी गई थी. लेकिन वह अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे थे. सैनिक कल्याण निगम को पत्र लिखकर दो गार्डो को निकाल दिया गया है. साथ ही मरीज के साथ एक तीमारदार के इंट्री पर विचार किया जा रहा है. इमरजेंसी वाहन ही अंदर प्रवेश करेंगे. अन्य वाहन पार्किग में खड़े किए जाएंगे. ऐसा न करने वालों पर सख्ती बरती जाएगी.

डॉ. अभिषेक जीना, सुरक्षा अधिकारी बीआरडी मेडिकल कॉलेज