जीएसटी हटाने से राखियों के दाम में कमी आने की उम्मीद

कपास से बनी और कलावा की तरह बांधी जाने वाली राखियां पहले ही थी जीएसटी से मुक्त

Meerut। रक्षाबंधन से पहले सरकार ने बहनों को रक्षा बंधन का बड़ा तोहफा देते हुए राखी को जीएसटी से मुक्त कर दिया है। राखी को जीएसटी से मिली छूट से बाजार में इस बार सस्ते दाम पर राखी मिलने की उम्मीद है, लेकिन व्यापारियों को मानना है कि जीएसटी हटने से राखी के दाम में कुछ खास फर्क नही आएगा।

पहले से छूट

व्यापारियों की मानें तो गत वर्ष जीएसटी लागू होने के बाद कपास से बनी और कलावा की तरह बांधी जाने वाली राखियों को पहले से ही जीएसटी से मुक्त रखा गया था। महज ब्रांडेड गोल्ड व सिल्वर राखियों पर पांच प्रतिशत टैक्स था। ऐसे में जीएसटी हटने के बाद भी राखियों के दाम में कोई खास फर्क नही आएगा। क्योंकि बाजार में सबसे अधिक कपास और कलावा की राखियों की बिक्री होती है।

कार्टून राखी पर मिलेगा लाभ

व्यापारियों की मानें तो कार्टून, मोतियों, प्लास्टिक और लाइट वाली इलैक्ट्रानिक राखियों के दाम में जीएसटी हटने के बाद कुछ राहत मिल सकती हैं क्योंकि इन राखियों के दाम जीएसटी लगने के बाद बढ़कर आए थे अब नए स्टॉक में रेट की स्थिति का पता चलेगा।

राखियों के दाम पर जीएसटी से पहले भी कुछ खास फर्क नही था अब हो सकता है कि डिजाइनर राखियों के दाम मे कुछ कमी आए। लेकिन यह नया स्टॉक आने के बाद ही पता चलेगा।

प्रेम कुमार, व्यापारी

नॉयलान की राखियां सबसे महंगी होती है क्योंकि उसमें मोतियों का भी काम होता है इस पर पहले भी जीएसटी नही था इसलिए दाम में कोई खास फर्क आएगा।

संदीप, व्यापारी

जीएसटी का गणित अभी ना तो व्यापारियों को समझ आया है और ना ही ग्राहक को इसका पता चलता है। इसलिए दाम में फर्क माल आने के बाद ही पता चलेगा।

रोहित