-महापौर, नगर आयुक्त की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में पहुुंचे पब्लिक डिपार्टमेंट के अफसर अपनी जिम्मेदारियों से बचते रहे

-सड़कों पर होने वाली खुदाई से लोगों को नहीं मिलेगी निजात, पानी के कॉमर्शियल यूज पर नोटिस देकर जलकल बैठा चुप

kanpur@inext.co.in

KANPUR : कानपुराइट्स को सड़क, पानी, जाम और प्रदूषित हवा से निजात मिलने वाली नहीं है. नगर निगम मुख्यालय में महापौर प्रमिला पांडेय के साथ हुई मीटिंग में आलम यह रहा कि जिम्मेदार अफसर अपनी जिम्मेदारियों को लेकर एक-दूसरे आरोप लगा कर अपने को पाक साफ बताते रहे. वहीं कई अफसर तो झूठ बोल कर अपना पल्ला झाड़ने में भी पीछे नहीं रहे. कुल मिलाकर नजारा यह रहा कि अफसर तरह-तरह की बातें बनाते रहे है और महापौर सबकुछ सुनने के बाद भी कुछ नहीं कर सकीं. नगर आयुक्त भी मूकदर्शक बने बैठे रहे. मीटिंग इन्हीं सब बातों में खत्म हो गई और पब्लिक के मुद्दे जहां के तहां रहे. इससे साफ हो गया कि सड़क, पानी, प्रदूषण और जाम से जूझना पब्लिक की नियति बन चुकी है. अफसर मोटी तनख्वाह पाने के बावजूद अपनी कार्यशैली नहीं बदलने वाले.

------------

मीटिंग में सिर्फ बातें ही बातें

1. रोड कटिंग

महापौर- सड़कों की अवैध खुदाई पर रोक लगनी चाहिए?

जलकल का जवाब- ज्यादातर सड़कों पर जल निगम की लाइनों में लीकेज होता है. ये वही बता पाएंगे.

जल निगम- लाइनों में लीकेज तार डालने में कर दिया जाता है. हम सिर्फ बनाने का कार्य करते हैं. सड़क तो जिस विभाग की है, वही बनाएगा.

पीडब्ल्यूडी- सड़क खोदने की परमीशन हम दे सकते हैं, लेकिन सड़क वही बनाएगा जो खोदेगा. पिछला पैसा भी अभी तक पेंडिंग है.

2. पानी की बर्बादी

महापौर- शहर में पानी का अवैध कॉमर्शियल यूज हो रहा है?

जलकल जीएम- मैडम, आपके निर्देश पर नोटिस भेज दिया था, जवाब नहीं मिला है अभी तक.

महापौर- मौके पर जाकर चेक नहीं कर सकते थे. पानी के टैंकर जलकल 500 में देता है और अवैध तरीके से 1500 में बेचा जा रहा है. पानी का दोहन हो रहा है.

नगर आयुक्त- देश में अन्य लोकल बॉडीज में पानी की बर्बादी को लेकर लोकल कानून है. उनको बनाया जाए.

जलकल जीएम- नगर निगम में प्रस्ताव बनाकर दे दूंगा.

3. पॉल्यूशन

नगर आयुक्त- शहर में बढ़ता पॉल्यूशन बड़ी समस्या है. क्या कार्य योजना है?

सीपीसीबी- सड़क खुदाई की वजह से उड़ने वाली धूल-मिट्टी से पॉल्यूशन बढ़ जाता है. पुरानी गाडि़यों को हटा दिया जाए.

महापौर- पनकी नहर किनारे बैट्री वाले केमिकल आदि सीधे नहर में डालते हैं, आपने क्या किया?

सीपीसीबी- मैडम, हमारी जानकारी में नहीं है, आपसे जानकारी के बाद कार्रवाई करेंगे.

4. टै्रफिक

एसपी टै्रफिक- महापौर जी, कई मुख्य सड़कों पर नमामि गंगे के तहत परमीशन लेकर कार्य शुरू हुआ था, समय बीत जाने के बाद भी अब तक कार्य जारी है. भीषण जाम लगता है.

प्रोजेक्ट हेड, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई- जरीबचौकी रोड और पकडि़या चौराहा पर कार्य चल रहा है. 1 महीना अभी और लगेगा.

महापौर- टालामटोली से कार्य नहीं चलेगा. जल्द कार्य पूरा कर जाम की समस्या दूर कीजिए.

5. नहरों की सफाई

महापौर- पांडु नदी में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, नहरों की सफाई नहीं हुई?

अधीक्षण अभियंता, सिंचाई विभाग- पांडु नदी की सफाई की जा चुकी है. नहरों की सफाई का 70 परसेंट कार्य हो चुका है.

महापौर-कहीं भी सफाई नहीं हुई मैं खुद देख चुकी हूं. आपके सिंचाई मंत्री से बात करूंगी. झूठ बोलते हैं आप.

केडीए सचिव- पांडु नदी पर बनी दीवार को तोड़ देंगे. जिससे पिछले साल जैसी बाढ़ की स्थिति नहीं बनेगी.

---------------

मीटिंग हाईलाइट्स

-शहर में स्थित तालाबों और कुंओं को रिस्टोर किया जाए.

-पानी की बर्बादी के लिए लोकल कानून बनाया जाएगा.

-ओवरहेड टैंकों पर फायर डिपार्टमेंट के लिए हाइड्रेंट बनेंगे.

-एयर वॉल्व से बह रहे पानी का यूज किया जाएगा.

-चट्टे वाले देंगे नगर निगम के सबमर्सिबल का बिजली खर्च.

-गाडि़यां धोने पर पाबंदी लगाई जाएगी.

-स्वीमिंग पोल, नर्सिग होम से कॉमर्शियल वाटर टैक्स लिया जाएगा.

-परेड के पास मछली छीलन और मांस में आग लगने पर कार्रवाई करें.

-पांडु नदी किनारे अवैध प्लाटिंग को किया जाए ध्वस्त.

-बारिश से पहले नहरों की सफाई का कार्य पूरा करें.

-हमीरपुर रोड किनारे बालू को धोने पर पाबंदी लगे, एडीएम सिटी कार्रवाई करें.

---------------

ये अधिकारी रहे मौजूद

-नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा

-एडीएम सिटी विवेक श्रीवास्तव

-एसपी ट्रैफिक सुशील कुमार

-केडीए ज्वाइंट सेकेट्री केके सिंह

-जलकल जीएम संजय सिन्हा

-गंगा प्रदूषण जीएम पीके यादव

-क्षेत्रीय अधिकारी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड घनश्याम

-जल निगम अधिक्षण अभियंता रामशरण पाल

-पीडब्ल्यूडी एक्सईएन आरके सिंह

---------------