ऑपरेशन कराने वालों की वेटिंग 200 के पार

- गुरुवार को भी दून हॉस्पिटल में नहीं हुआ कोई ऑपरेशन

- एनेस्थेटिक की कमी सबसे बड़ी वजह, अब तीन एनेस्थेटिक के हुए आदेश

DEHRADUN: डॉक्टरों के ट्रांसफर होते ही दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में ऑपरेशन ठप हो गये हैं। हालत यह है कि अब दून अस्पताल में ऑपरेशन के लिए करीब 200 के पार वेटिंग की सूची पहुंच गई है। एक बार फिर से गुरुवार को अस्पताल में एक भी ऑपरेशन भी नहीं हो पाए। जबकि दून हॉस्पिटल में रोजाना एवरेज 20 ऑपरेशन तक हो जाते हैं। इधर, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल भरोसा जता रहे हैं कि अगले तीन से चार दिन तक दून हॉस्पिटल में स्थिति सामान्य होने के आसार हैं।

पिछले दो दिनों से यही स्थिति

डॉक्टरों के स्थानांतरण होने के कारण दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्थिति डगमगाने लगी है। सबसे ज्यादा दिक्कत ऑपरेशन को लेकर सामने आ रही है। इस बात को खुद दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के एमएस डॉ। केके टम्टा स्वीकार रहे हैं। उन्होंने बताया कि गुरुवार को दून हॉस्पिटल में कोई ऑपरेशन नहीं हो पाया। जबकि बुधवार को भी ऐसा ही हाल रहा। हॉस्पिटल में हर रोज कम से कम 20 ऑपरेशंस का एवरेज है। डॉ। टम्टा का कहना है कि इसकी सबसे बड़ी वजह एनेस्थेटिक की कमी हाेना है।

हर रोज लंबी हो रही सूची

वैसे दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में वर्तमान में 15 सर्जन तैनात हैं। लेकिन एनेस्थेटिक की कमी के कारण ऑपरेशंस में दिक्कतें हो रही हैं। दूसरी सच्चाई यह है कि दून हॉस्पिटल में रेडियोलॉजिस्ट की कमी से भी मरीजों को दो-चार होना पड़ रहा है। हालांकि वर्तमान समय में चार एनेस्थेटिकों की हॉस्पिटल में तैनाती है। जिसमें से चारों की महिला दून अस्पताल में तैनाती की गई। जिसके कारण दून अस्पताल में ऑपरेशन नहीं हो पा रहे हैं। लेकिन अब तीन नए एनेस्थेटिक की तैनाती के आदेश हो गए हैं। आने वाले दिनों में अस्पताल में अब एनेस्थेटिक की दिक्कत नहीं रहेगी।

- आज एनेस्थेटिक की कमी के चलते एक भी ऑपरेशन नहीं हुए। मैं सर्जन हूं मुझे ही खुद 8 ऑपरेशन करने थे। हॉस्पिटल में व्यवस्थाएं सुचारू रहें इस के लिए निदेशालय और प्रिंसिपल को सूचित कर ि1दया गया है।

- डॉ। केके टम्टा, एमएस दून मेडिकल हॉस्पिटल

- हॉस्पिटल में डॉक्टरों की कमी को जल्द दूर कर दिया जायेगा, इसके लिए प्रयास किया जा रहा है। तीन एनेस्थेटिक महिला हॉस्पिटल में और 4 एनेस्थेटिक मेल हॉस्टिपल में तैनात कर दिये गये हैं। रेडियोलॉजिस्ट की कमी को दूर करने का भी प्रयास किया जा रहा है।

- डॉ। प्रदीप भारती गुप्ता, प्रिंसिपल दून मेडिकल कॉलेज

बनाया गया डॉक्टरों का नया ड्यूटी चार्ट

डॉक्टरों की कमी को देखते हुए अब दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रशासन ने व्यवस्थाओं में फेरबदल किया है। सुबह की शिफ्ट में असिस्टेंट प्रोफेसर और दो जेआर (जूनियर रेजिडेंट) की ड्यूटी लगाई गई है। जबकि दिन के वक्त ईएमओ-एसआर व दो जेआर और रात के वक्त ईएमओ, एसआर और दो जेआर की ड्यूटी लगाई गई है।