- कई यूनिवर्सिटी में बंद किये कोर्स, डिस्टेंस मोड में एडमिशन अब एक अक्टूबर तक ही होंगे

LUCKNOW :

देशभर के यूनिवर्सिटी में डिस्टेंस एजुकेशन के नाम पर चल रहे हजारों कोर्स पर यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन यूजीसी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स बंद कर दिए हैं। यूजीसी ने देश के केवल 53 यूनिवर्सिटी में ही यूजी-पीजी लेवल स्तर पर 548 कोर्स आगामी सेशन में चलाने को हरी झंडी दी है। वहीं उत्तर प्रदेश में केवल तीन यूनिवर्सिटी में डिस्टेंस एजुकेशन कोर्स चलाने की अनुमति मिली है। इसमें उप्र राजर्षि टंडन ओपन यूनिवर्सिटी में पांच कोर्स ही वैध माने गए हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को चार कोर्स की मंजूरी मिली है। साथ ही इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के सात कोर्स को मंजूरी मिली है।

अक्टूबर तक पूरा करना होगा एडमिशन

यूजीसी ने वैध यूनिवर्सिटी में आगामी सत्र में अप्रूव्ड कोर्स की सूची जारी कर दी। आदेशों के अनुसार कोई भी यूनिवर्सिटी निर्धारित कोर्स के अतिरिक्त किसी भी कोर्स को डिस्टेंस मोड में नहीं चलाएगा। एमबीए, एमसीए, बीएड, एमएड, बीएड-एमएड स्पेशल एजुकेशन, होटल मैनेजमेंट, ट्रैवल-टूरिज्म और मैनेजमेंट जैसे प्रोफेशनल कोर्स भी सत्र 18-19 एवं उससे आगे के सत्रों में बिना पूर्व अनुमति के नहीं चलेंगे। इन कोर्स को आगामी सत्र में भी अनुमति नहीं दी गई है। यूजीसी के अनुसार डिस्टेंस मोड में एजुकेशन के लिए वैध यूनिवर्सिटी को एक अक्टूबर तक एडमिशन प्रक्रिया पूरी करने को कहा गया है।

यह नियम किया गया लागू

- सत्र 2017-18 में यूजीसी ने जिस संस्थानों को डिस्टेंस मोड में कोर्स चलाने की अनुमति दी थी, लेकिन उन्होंने नैक नहीं कराया, उन्हें अब तीन महीने में यह कराना अनिवार्य होगा।

- जो प्राइवेट यूनिवर्सिटी पांच वर्ष से रेगुलर मोड में डिग्री प्रोग्राम नहीं चला रहीं उन्हें डिस्टेंस मोड में उन्हीं कोर्स में मान्यता नहीं मिलेगी।

- यूनिवर्सिटी को आपत्तियों के लिए 30 दिन का समय है। ओपन डिस्टेंस लर्निंग रेगुलेशन-2017 के अनुसार प्रत्यावेदन दे सकते हैं।

- यूनिवर्सिटी में केवल यूजी और पीजी कोर्स ही मान्य होंगे। सर्टिफिकेट, डिप्लोमा एवं पीजी डिप्लोमा कोर्स मान्य नहीं होंगे।

- जिन यूनिवर्सिटी के नाम जारी सूची में नहीं हैं वे 30 दिनों में अपने प्रत्यावेदन दे सकते हैं।