- शहर के गली-मोहल्लों से लेकर चौराहों तक के दुर्गा पंडालों में नहीं सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

GORAKHPUR: शारदीय नवरात्र की शुरूआत हो चुकी है, लेकिन शहर में लगे ज्यादातर पंडालों में सुरक्षा के मानक पूरे होते नजर नहीं आ रहे। जबकि डीएम ने बीते दिनों सद्भावना समिति के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर इस बात का निर्देश दिया था कि दुर्गा पंडाल में सीसीटीवी कैमरे, अग्निशमन यंत्र, बिजली कनेक्शन, पुरुष व महिला के लिए बैरिकेडिंग आदि की पूरी व्यवस्था की जाए। लेकिन जब इन सभी मानकों को लेकर दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट टीम ने शहर के दुर्गा पंडालों का रियल्टी चेक किया तो सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार की कोई तैयारी नजर नहीं आई।

धर्मशाला चौक

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम जब धर्मशाला चौक पहुंची तो वहां लगे पंडाल में सजावट का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया था। बांस और बल्ली से बैरिकेडिंग कर दी गई थी। लेकिन पंडाल के भीतर न तो सीसीटीवी कैमरे दिखे और न ही सुरक्षा के अन्य कोई इंतजाम नजर आए। पूछे जाने पर पिंटू नाम के एक व्यक्ति ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे लगाने लिए बजट ही नहीं है।

गोलघर काली मंदिर

काली मंदिर के पास जब टीम पहुंची तो वहां पंडाल को अंतिम रूप देने का काम किया जा रहा था। पंडाल को भव्य रूप देने का प्रयास किया जा रहा था। बिजली के तार बगल से जा रहे थे। लेकिन पंडाल के अंदर सीसीटीवी कैमरों का कोई इंतजाम नहीं था। सुरक्षा के सवाल पर पूजा समिति के लोग साफ जवाब नहीं दे सके।

रुस्तमपुर

रुस्तमपुर रोड पर लगे पंडाल में कलश स्थापित दिखाई दिया। पंडाल की सजावट पूरी हो चुकी थी, सप्तमी के दिन प्रतिमा लगाए जाने की बात कही गई। लेकिन सुरक्षा को लेकर कोई खास तैयारी नजर नहीं आई। जबकि मेन सड़क पर ही पंडाल लगाया गया है।

आजाद चौक

टीम जब आजाद चौक के पास पहुंची तो वहां सड़क के आधे एरिया में इनक्रोचमेंट करते हुए पंडाल लगा मिला। यहां बांस और बल्ली लगाते हुए लोग नजर आए। सुरक्षा के दृष्टि से क्या सावधानी बरती जाएगी इस सवाल पर वहां मौजूद सत्यम ने बताया कि पहले के मुकाबले पंडाल लगाना काफी मंहगा हो गया है, ऐसे में सुरक्षा के मानकों में सीसीटीवी कैमरे, अग्निशमन यंत्र आदि कहां से लगाए जाएं। अपनी तरफ से पूरी कोशिश रहती है कि किसी प्रकार की कोई घटना न हो।

धरे रह गए प्रशासन के निर्देश

शारदीय नवरात्र में इस बार श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहता। सप्तमी से नवमी तक लगने वाले मेले में इस बार जबरदस्त भीड़ भी होने की संभावना जताई जा रही है। चूंकि गोरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करने आएंगे। इसको देखते हुए जितने भी पंडाल लगे हैं, सभी जगहों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के निर्देश जारी किए गए हैं। दो दिन पहले डीएम के विजयेंद्र पांडियन ने सदभावना समिति की बैठक में निर्देश जारी कर कहा है कि दुर्गा पंडालों को रात में खाली न छोड़ा जाए। सभी जगहों पर बिजली कनेक्शन लिए जाएं, इसके साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। साथ ही कहा गया है कि आयोजक पंडाल में सीसीटीवी कैमरे भी लगवाएं और अपना नाम-पता, मोबाइल नंबर संबंधित थाने पर दर्ज कराएं। नदी में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन प्रतिबंधित है, ऐसे में बनाए गए तालाबों में ही प्रतिमा का विसर्जन सुनिश्चित कराया जाए। पंडाल बनाते समय सड़क या रास्ते पर अतिक्रमण न करें, जिससे आवागमन सुचारू रहे। जो भी इसमें व्यवधान डालने का प्रयास करेगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन शहर के ज्यादातर पूजा पंडालों में सुरक्षा का कोई मानक पूरा होता नहीं हो सका है।

सुरक्षा के लिए इन चीजों का होना है जरूरी

- आग से बचाव के लिए बालू, अग्निशमन यंत्र

- सीसीटीवी कैमरे

- पुरूष व महिला श्रद्धालुओं के लिए बांस की गैलरी

- गुफा आकार व पर्वत आकार के बने पंडालों में सुरक्षा के लिए वॉलंटियर्स

वर्जन

पंडाल में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से जो मानक तय किए गए हैं, उसका पालन करना अनिवार्य है। इसके लिए प्रॉपर चेकिंग कराई जा रही है।

- के विजयेंद्र पांडियन, डीएम