छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: जमशेदपुर : टाटा मोटर्स में अब सभी तरह के प्रशिक्षुओं के स्मार्टफोन पर कंपनी प्रबंधन ने रोक लगा दी है। अब कोई भी प्रशिक्षु कंपनी परिसर में स्मार्टफोन (मोबाइल) नहीं ले जा सकेगा। जबकि स्थायी कर्मचारियों को स्मार्टफोन कंपनी के अंदर ले जाने पर किसी भी तरह की रोक नहीं होगी। कंपनी प्रबंधन के इस फैसले को लेकर बुधवार को प्लांट में दिन भर चर्चा होती रही।

टाटा मोटर्स, जमशेदपुर प्लांट के प्लांट हेड संपत कुमार मोरी ने इस बाबत एक सर्कुलर जारी कर दिया है। इसके तहत फुल टर्म अपरेंटिस (एफटीए), नीम, टाटा मोटर्स स्कील ट्रेनी (टीएमएसटी), इंडस्ट्रीयल प्लांट ट्रेनी (आइपीटी) और डिप्लोमा इन इंजीनिय¨रग ट्रेनी (डीइटी) अपने साथ न ही स्मार्टफोन (एनरॉइड, आइओएस, विंडो सहित अन्य) साथ लाना या कंपनी परिसर के अंदर रखने की मनाही होगी। अस्थायी कर्मचारी चाहे तो अपने साथ बिना कैमरे के बटन वाला मोबाइल (फीचर फोन) साथ ला सकते हैं, लेकिन काम के दौरान फोन के इस्तेमाल पर मनाही होगी। प्रशिक्षु ब्रेक के समय सुरक्षित स्थान जाकर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। आदेश के बावजूद अगर कोई प्रशिक्षु स्मार्टफोन लाते हैं तो उसे जब्त कर लिया जाएगा और इसके जिम्मेदार वे खुद होंगे। टाटा स्टील, जमशेदपुर प्लांट में प्रशिक्षु और अस्थायी कर्मचारियों के लिए भी स्मार्टफोन कार्यस्थल पर पहले से बैन है।

सेफ्टी के लिए लिया गया निर्णय

कंपनी प्रबंधन का मानना है कि कर्मचारी कार्यस्थल पर स्मार्टफोन द्वारा वाट्सएप, फेसबुक सहित सोशल मीडिया में चैटिंग करते हैं। ई-मेल, गेम खेलने, गाना सुनने या वीडियो देखने का काम करते हैं। ये सुरक्षा के दृष्टिकोण से ठीक नहीं है। दूसरे कर्मचारी भी इससे प्रेरित होते हैं। इसके कारण कभी भी दुर्घटना हो सकती है। इसलिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से कार्यस्थल पर स्मार्टफोन को बैन किया गया है।

कंपनी प्रबंधन का कहना है कि पिछले दिनों इस संबंध में एक सर्वे हुआ था। रिपोर्ट के अनुसार स्थायी कर्मचारी अपने काम और सेफ्टी के प्रति ज्यादा जागरूक हैं। इसके अलावे उनके लिए वर्ष 2016 में पहले से एक सर्कुलर जारी किया गया था। जिसके तहत वे भी शॉप फ्लोर में अपने किसी भी तरह के फोन का इस्तेमाल नहीं कर सकते। उनके लिए अलग से मोबाइल जोन बना है, उसके अंदर जाकर ही वे अपने फोन का इस्तेमाल कर सकते हैं।