70 स्कूलों को स्वास्थ्य विभाग ने किया चिंहित

100 गज के दायरे में येलो लाइन कैंपेन के तहत लगेंगे साइनेज

Meerut। शहर के प्राइवेट व सरकारी स्कूलों के बाहर तम्बाकू बेचना या सेवन करना मुश्किल होगा। वजह स्वास्थ्य विभाग ने स्कूलों में नो टोबेको अभियान चलाने की योजना तैयार की है। इसके तहत पहले 70 स्कूलों में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में इसकी शुरुआत होगी।

येलो लाइन कैंपेन की शुरूआत

स्कूलों के बाहर 100 गज के दायरे को येलो लाइन घोषित किया जाएगा। इस दायरे को नो टोबेको जोन घोषित किया जाएगा। यहां नो टोबेको व टोबेको फ्री के बड़े-बडे़ साइनेज भी लगेंगे। इस एरिया में किसी प्रकार के टोबेको प्रॉडक्ट का प्रयोग नहीं किया जा सकेगा। अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता पाया गया तो कोटपा एक्ट के तहत उस पर 200 रूपये का जुर्माना व चालान किया जाएगा।

प्रिंसिपल की होगी जिम्मेदारी

स्कूलों के बाहर किसी भी प्रकार के तम्बाकू प्रॉडक्ट का प्रयोग न हो व गुटखा- पान मसाला की बिक्री न हो इसकी जिम्मेदारी स्कूल प्रिंसिपल की होगी। वहीं स्कूल परिसर में भी कोई भी टीचर, स्टूडेंटस या स्टाफ तंबाकू का सेवन नहीं कर सकेगा। वहीं अगर कोई भी व्यक्ति इस एरिया में तम्बाकू प्रॉडक्ट बेचता मिलेगा तो स्कूल प्रशासन तुरंत ही स्वास्थ्य विभाग या 100 डॉयल को सूचना देगा।

स्कूलों को तम्बाकू मुक्त बनाने के लिए विभाग की ओर से मुहिम चलाई जाएगी। योजना तैयार हो चुकी है। जल्द ही अभियान शुरु हो जाएगा।

डॉ। राजकुमार, सीएमओ, मेरठ।