छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र ट्ठ स्टील सिटी में फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं चलते प्रदूषण फैल रहा वहीं वाहन प्रदूषण केंद्र में बिना किसी जांच के प्रदूषण सार्टिफिकेट बांटे जा रहे हैं। जिससे प्रदूषित गाडि़यां बाजार में दौड़ रही है जिससे काले धुआं फेंकने वाली गाडि़यां शहर में आसानी से दौड़ रहे है। जिससे प्रदूषण कम होने के स्थान पर बढ़ता ही जा रहा है।

ज्यादा पैसे लेकर कर रहे जारी

शहर में ज्यादा पैसे लेकर पुरानी गाडि़यों को भी ए ग्रेड पाल्यूशन सार्टिफिकेट दिया जा रहा है। जिससे शहर में पाल्यूशन बढ़ता जा रहा है। बता दे कि बाइक के लिए पाल्यूशन सार्टिफिकेट जारी करने के 50 रुपये लिए जाते है। लेकिन पाल्यूशन ग्रेड सी और डी आने पर ग्राहकों से अतिरिक्त रुपये लेकर ए ग्रेड का सार्टिफिकेट जारी किया जाता हैं। जिससे प्रदूषण जांच केंद्र व्यापारी कमाई कर रहे है।

विभाग नहीं दे रहा कोई ध्यान

वाहन प्रदूषण जांच का जिम्मा प्राइवेट संस्थाओं को देने के बाद विभाग भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है। वाहनों को रोककर वाहनों की जांच की जाएं वाहन से निकलने वाला धुआं पालुटेड मिलने पर सार्टिफिकेट जारी करने केंद्र के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

क्या कर रहे प्रदूषण जांच केंद्र

-बिना गाड़ी स्टार्ट किए ही जारी कर रहे प्रमाणपत्र

-बिना गाड़ी लाएं ही जारी हो रहे प्रदूषण प्रमाणपत्र

-ऑनलाइन ही लिए जा रही वाहन की फोटो

-वाहन प्रदूषण सार्टिफिकेट जारी करने वाले गाडि़यों की सूची परिवहन विभाग नहीं पहुंचती

-बिना रजिस्ट्रेशन और रिन्यूवल के ही चल रहे प्रदूषण जांच केंद्र

-प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को ए ग्रेड मिल रहा सार्टिफिकेट

-बिना डिप्लोमा या प्रशिक्षण के ही चला रहे मशीन

-प्रदूषण केंद्रों में शुल्क का नहीं लगा बोर्ड, मुंह मांगे पैसे वसूल कर रहे प्रदूषण केंद्र

सिर्फ रजिस्ट्रेशन के ही बना दे रहे सार्टिफिकेट

शहर में महज आरसी दिखाने पर ही पाल्यूशन सार्टिफिकेट जारी किया जा रहा है। जो कि गलत है। बता दें कि परिवहन विभाग ने गाडि़यों से होने वाले प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए परिवहन प्रदूषण जांच केंद्र की स्थापना की गई। लेकिन बिना किसी जांच के ही सार्टिफिकेट जारी करने से प्रदूषण फैलाने वाली गाडि़यां शहर में धड़ल्ले से घूम रही है।

प्रदूषण का कालम छोड़ देते खाली

शहर में चल रहे प्रदूषण जांच केद्रों में प्रदूषण के कालम को खाली छोड़कर सार्टिफिकेट जारी कर रहे हैं। जिससे गाड़ी का प्रदूषण की सही जांच नहीं हो पा रही हैं। सार्टिफिकेट में सभी कॉलम को खाली छोड़कर नीचे पास लिख दिया जा रहा हैं।