- दो साल पहले सीएम ने पैरा स्पो‌र्ट्स को बढ़ावा देने के लिए की घोषणा

- मेरठ स्टेडियम समेत वेस्ट के किसी भी ग्राउंड में नहीं की गई कोई सुविधा

- स्टेडियम में दिव्यांग खिलाडि़यों के लिए शौचालय तक नहीं

Meerut : करीब दो साल पहले सूबे के सीएम की ओर से पैरा स्पो‌र्ट्स को बढ़ावा देने की घोषणा दी थी। नंवबर 2013 में स्पो‌र्ट्स डिपार्टमेंट की ओर से गवर्नमेंट ऑर्डर भी जारी हुआ था, लेकिन अभी तक कोई सुविधा नहीं दी गई है। ताज्जुब की बात तो ये है कि स्पो‌र्ट्स से जुड़े कई अधिकारियों को इस जीओ के बारे में जानकारी तक नहीं है। वहीं कुछ अधिकारी उसे तलाश करने में जुट गए हैं। आलम ये है कि स्टेडियम की ओर दिव्यांग खिलाडि़यों तक के लिए कोई शौचालय तक नहीं है।

सीएम के आदेशों की अनदेखी

सीएम के आदेश में कहा गया था कि पैरा स्पो‌र्ट्स को बढ़ावा देने के लिए सभी स्टेडियम में जिस तरह की सुविधाएं नॉर्मल प्लेयर्स को दी जा रही हैं वो सभी सुविधाएं दिव्यांग प्लेयर्स को दी जाएं, लेकिन अभी तक दिव्यांग प्लेयर्स के बारे में किसी ने कुछ भी सोचा है। मेरठ के अलावा मंडल ही नहीं बल्कि पूरी वेस्ट यूपी में किसी भी स्टेडियम में पैरा स्पो‌र्ट्स को लेकर कोई सुविधा नहीं की गई है।

ये दी जानी थी सुविधाएं

- प्लेयर्स के लिए रैंप जैसी बुनियादी सुविधाएं दी जानी थी।

- खिलाडि़यों के लिए खेल से जुड़े इंस्ट्रूमेंट रखे जाने थे।

- डिफ्रेंट खेलों के खिलाडि़यों के लिए कोच की सुविधा रखी जानी थी।

- समय-समय पर बच्चों और खिलाडि़यों को प्रोत्साहित करने के लिए किट दी जानी थी।

- स्पो‌र्ट्स को बढ़ावा देने के लिए पैरा स्पो‌र्ट्स प्रतियोगिताएं आयोजित की जानी थी।

शौचालय तक नहीं

जिन सुविधाओं और कार्यक्रम को गिनाया गया है इनमें से एक भी काम नहीं हुआ है। ताज्जुब की बात तो ये है दिव्यांगों के लिए मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में दिव्यांग शौचालय तक नहीं है। इस बारे में जब अधिकारियों से पूछा गया तो किसी अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं था। वहीं पिछले दिनों में जीवन संदेश ट्रस्ट की ओर से दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन भी हुआ था। उस आयोजन के लिए दिव्यांगों की इस संस्था से 11 हजार रुपए बुकिंग के लिए भी लिए थे। ट्रस्ट के पदाधिकारियों की मानें तो हमें हर संडे को ग्राउंड की जरुरत होती है। ऐसे में हैंडीकैप होने की वजह से बुकिंग कराने के लिए जाने में दिक्कत होती है। हमारी ओर से 18 जनवरी को डीएम को ज्ञापन भी दिया था, जिसमें हर संडे की बुकिंग ट्रस्ट को दे दी जाए। लेकिन अभी तक उसका कोई जवाब नहीं आया।

अब जीओ तलाशेंगे अधिकारी

अधिकारियों से जब जीओ के बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि उस जीओ की तलाश की जा रही है। हम उसे काफी समय से तलाश कर रहे हैं। स्टेडियम के अधिकारियों ने ये भी कहा कि हम दिव्यांग खेलों को बढ़ावा देने खेलों का आयोजन भी करेंगे। हम अपनी ओर से इसे आगे बढ़ाने में पूरा प्रयास करेंगे।

मुझे आए हुए अभी कुछ ही महीने हुए हैं। मैं उस जीओ को तलाश करा रही हूं। उसके बाद उसपर अच्छी तरह से प्लानिंग अप्रैल को एक दिव्यांग स्पो‌र्ट्स का आयोजन किया जाएगा।

- मुद्रिका पाठक, आरएसओ, मेरठ

नवंबर 2013 में दिव्यांग के खेलों के लिए जीओ आया था, लेकिन अधिकारी बजट का रोना रोकर रह जाते हैं। किसी स्टेडियम तक में दिव्यांग के लिए शौचालय तक नहीं है। ऐसे में पैरा स्पो‌र्ट्स या दिव्यांग खेलों को कैसे बढ़ावा मिलेगा।

- मुनव्वर अनजार, जनरल सेकेट्री, इंडियन ब्लाइंड एंड पैरा जूडो एसोसिएशन

हमारी संस्था हर संडे को पैरा क्रिकेट का आयोजन करते हैं। इसके लिए हमें हर संडे के लिए बुकिंग करानी होती है। हम सभी दिव्यांग है तो स्टेडियम जाने में तकलीफ होती है। 18 जनवरी को डीएम को लेटर दिया था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

- अमित शर्मा, प्रेसीडेंट, जीवन संदेश ट्रस्ट