सीबीएसई ने मूल्यांकन के नियमों में किया बदलाव, दिए गए निर्देश

स्पेलिंग की गलती पर भी इस बार नहीं काटे जाएंगे छात्रों के मा‌र्क्स

Meerut । सीबीएसई की परीक्षा 15 फरवरी से शुरु होंगी। इस बार मूल्यांकन में भी काफी बदलाव किया गया है। इसके तहत कॉपी में एक जैसी गलती पर बार बार स्टूडेंट्स के मा‌र्क्स नहीं काटे जाएंगे। इसके अलावा स्पेलिंग मिस्टेक के भी इस बार मा‌र्क्स नहीं कटेंगे। नए नियमों के मुताबिक परीक्षक कॉपी में एक ही तरह की गलती पर बार-बार अंक नहीं काट सकेंगे।

हर बार कटते थे मा‌र्क्स

सीबीएसई ने एग्जाम को लेकर निर्देश जारी किए हैं। बोर्ड के अनुसार अभी तक व्यवस्था थी कि कॉपी में जो भी गलत लिखा होता था, उसके लिए हर बार अंक काटे जाते थे, लेकिन इस बार इस नियम में बदलाव किया गया है। जिससे बोर्ड परीक्षार्थियों को फायदा होगा। इससे न सिर्फ छात्रों के मा‌र्क्स बढ़ेंगे, बल्कि पास होने वाले छात्रों की संख्या में भी सुधार होगा। बोर्ड के मुताबिक भाषा विषय की परीक्षा में स्पेलिंग की गलती पर भी अब अंक काटे नहीं जाएंगे। अगर परीक्षार्थी स्पेलिंग मिस्टेक करेंगे तो कोई अंक नहीं दिए जाएंगे, लेकिन उसके अंक नहीं काटेंगे। इस नए सिस्टम से उत्तीर्णता का प्रतिशत बढ़ेगा।

बतानी होगी वजह

अगर किसी उत्तर में परीक्षक अंक काटते हैं तो इसकी वजह उत्तर के नीचे लिखकर बतानी होगी। इसके लिए परीक्षकों को प्रश्न संख्या लिखकर वजह बतानी होगी। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने निर्देश दिए है कि छात्रों की सुविधा के लिए कई बदलाव किए जा रहे हैं। एक गलती पर हर बार अंक नहीं कटेगा। जो भी बदलाव किए जा रहे हैं, उसकी जानकारी परीक्षकों को देनी शुरु कर दी गई।

इन चीजों में हुआ बदलाव

-उत्तर में स्टेप वाइज मार्किंग की जाएगी।

-परीक्षक अंक दाई तरफ बने एक बॉक्स में लिखेंगे।

-अंक को पूरा बोल्ड करके लिखना है, जिससे जोड़ने में गलती न हो।

-एक अंक वाले प्रश्न में अगर एक शब्द में भी उत्तर लिखा है तो उसमें भी अंक मिलेगा।

- साफ लिखावट रहेगी तो उसके लिए अतिरिक्त अंक परीक्षक दे सकते हैं।

इस बार कई तरह की जानकारी बोर्ड एग्जाम में सुरक्षा व सफलता के लिए दी जा रही है। जिनको बकायदा प्वाइंट वाइस समझाया जा रहा है।

संजीव अग्रवाल, प्रिंसिपल, एमपीएस

बोर्ड में इस बार विभिन्न माइनर बदलाव किए गए है, जिससे बोर्ड को बेहतर बनाने में सफलता हासिल की जा सके, इसके साथ ही किसी तरह की दिक्कत न हो।

प्रेम मेहता, प्रिंसिपल, सिटी वोकेशनल स्कूल