- मैपिंग पूरा न होने के कारण नही फील हो पायेगा फॉर्म

- बीएसए ऑफिस के कर्मचारी और प्राइवेट स्कूल मिल कर कर रहे है खेल

LUCKNOW : शिक्षा के अधिकार के तहत राजधानी के स्कूलों में आरक्षित 25 प्रतिशत सीटों पर एडमिशन के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया 14 फरवरी से शुरू होनी है। इसके बावजूद अभी तक स्कूलों के वार्ड वाइस मैपिंग की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। बेसिक शिक्षा विभाग को इस बार उन्हीं स्कूलों की मैपिंग करनी थी जिनकी पिछले साल मैपिंग होने के बाद भी ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया में प्रॉब्लम सामने आई थी। इसके लिए बीएसए ने एक माह पहले ही ऑर्डर जारी किया था।

मैपिंग पूरा न होने से अटकेगा प्रवेश प्रक्रिया

आरटीई के तहत राजधानी में हर साल करीब 12 हजार से अधिक गरीबी रेखा से नीचे वाले परिवार एडमिशन के लिए आवेदन करते हैं। इसके तहत स्कूलों में क्लास एक से आठवीं तक स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाता है। पिछले साल से आरटीई में ऑनलाइन प्रवेश फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू हुई थी ताकि पैरेंट्स को वार्ड में आने वाले स्कूलों में बच्चों के एडमिशन कराने का मौका मिले, लेकिन अब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। ऐसे में एडमिशन की प्रक्रिया में लेट लतीफी हो सकती है।

स्कूलों के साथ मिलकर हा रहा है खेल

बेसिक शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि बीते साल जिन प्राइवेट स्कूलों के मैपिंग में दिक्कतें सामने आई थी। वहीं स्कूल इस बार भी मैपिंग की प्रक्रिया में गड़बड़ी करने में जुटे हुए हैं। वह नहीं चाहते है कि उनका स्कूल किसी मलिन बस्ती या फिर किसी ऐसे वार्ड की मैपिंग में आए जहां पर सबसे ज्यादा आरटीई के लिए आवेदन आते हैं। यही कारण है कि आरटीई में एडमिशन प्रक्रिया शुरू होने के चार दिन पहले तक मैपिंग का कार्य पूरा नहीं हो सका हैं।

कोट

मैपिंग का कार्य जल्द पूरा करा लिया जाएगा। साथ ही आरटीई के आवेदन की प्रक्रिया भी तय समय पर शुरू हो जाएगी।

डॉ। अमर कांत सिंह, बीएसए