-स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने वेब पोर्टल का किया शुभारंभ

क्कन्ञ्जहृन्: सरकारी अस्पतालों की कार्यप्रणाली की अब आसानी से निगरानी की जा सकेगी। डॉक्टरों, नर्साें, कर्मियों, प्रबंधकों और अधिकारियों के काम पर भी नजर रहेगी। स्वास्थ्य केन्द्रों की निगरानी के लिए शनिवार को स्वास्थ्य विभाग ने केयर इंडिया के सहयोग से 'स्वास्थ्य सेवा दर्पण' नामक एप लांच किया। बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के सभागार में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने एप का उद्घाटन किया। मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए संकल्पित है। इसे ध्यान में रख इस एप को विकसित किया गया है।

बगैर इंटरनेट भी एप का यूज

विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि तकनीक के माध्यम से व्यवस्था का पारदर्शी बनाया जा सकता है। विभाग में अधिकांश कार्याें को आनलाइन करने की कोशिश की जा रही है। दवा दुकान का लाइसेंस आनलाइन दिया जा रहा है। सरकारी अस्पताल की ओपीडी में नंबर लगाने के लिए मोबाइल एप विकसित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस एप का उपयोग बगैर इंटरनेट के भी किया सकता है। डाटा को संग्रहीत कर रख लेने पर बाद में इंटरनेट उपलब्ध होने इसे मुख्य सर्वर पर अपलोड किया जा सकेगा।

तुरंत हो सकेगी कार्रवाई

इस एप को लांच करने का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं की खामियों को चिह्नित करना है। इसके माध्यम से एक जगह बैठकर स्वास्थ्य उपकेन्द्रों की स्थिति का जायजा लेकर तुरंत कार्रवाई की जा सकती है। एप में ज्यादा मैनुअल एंट्री नहीं करनी पड़ती है, जिसके कारण इसे इस्तेमाल करना सहज है। मौके पर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक लोकेश कुमार सिंह, संजय कुमार सिंह, करुणा कुमारी, डॉ हेमंत शाह आदि ने विचार व्यक्त किए।

लेट से पहुंचने पर होगी कार्रवाई

-अस्पताल में डॉक्टर, नर्स, कर्मी, प्रबंधक और अधिकारियों की संख्या।

-चिकित्सा कर्मियों के अस्पताल में आने और जाने का समय।

-डॉक्टर द्वारा देखे गए मरीजों की संख्या व उपचार में होने वाली समस्याएं।

-दवाइयां और चिकित्सा सामग्रियों की उपलब्धता व परिजनों का सुझाव।