पूंजीवाद विरोधी मुहिम ‘ऑक्यूपाइ वाल स्ट्रीट’ मूवमेंट आंदोलन को पूरी दुनिया में समर्थन मिल रहा है. कॉरपोरेट जगत की लूट और समाज में व्याप्त गैर बराबरी के खिलाफ खड़ा हुआ यह आंदोलन अमेरिका से शुरू होकर यूरोप और एशिया तक फैल गया है. इस दौरान को लगातार तीसरे दिन न्यूयॉर्क, शिकागो, वाशिंगटन, लॉस एंजिल्स, ब्रसेल्स, टोक्यो, फ्रेंकफर्ट, लंदन, रोम, पोर्तो सहित दुनिया भर के 82 देशों सैकड़ों शहरों में हुए प्रोटेस्ट्स में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया.

लंदन पर कब्‍जा करो

इस आंदोलन को सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भी खूब समर्थन मिल रहा है. फेसबुक, ट्विटर और तमाम आनलाइन मीडियम पूंजीवाद विरोधी इन प्रदर्शनों को एडवर्टाइज कर रहे हैं. ‘ऑक्यूपाइ द लंदन स्टॉक एक्सचेंज’ पेज को फेसबुक पर अब तक 19 हजार से भी ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं. इसी तरह ‘ऑक्यूपाइ टुगेदर’ पेज से अब तक 1,34,000 लोग जुड़ चुके हैं. फेसबुक पर लगभग 500 लोग सिर्फ प्रदर्शनों के बारे में डिटेल इंफार्मेशन देने में जुटे हैं. यही वजह है कि प्रदर्शनों में अनएक्सपेक्टेड तेजी देखने को मिल रही हैं.

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पुलिस भी अभी इस प्रोटेस्टर्स से सीधा विरोध नहीं ले रही है. न्यूयॉर्क में 92 प्रोटेस्टर्स को पुलिस ने हिरासत में लिया गया. ये हिस्टारिकल टाइम्स स्क्वायर पर इकट्ठा हुए थे. लंबे जुलूस की वजह से क्राउडेड मैनहट्टन की सड़कों पर भारी जाम लग गया.

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'ऑक्यूपाई वाल स्ट्रीट' सोशल और फाइनेन्सिअल डिस्क्रीपेंसी, कॉरपोरेट घरानों की लूट, मनी पावर और गवर्नमेंट में लाबिंग करने वालों के खिलाफ प्रोटेस्ट करने वालों का मूवमेंट है. लंदन, रोम एवं दुनिया के कई बड़े शहरों में इस तरह के प्रोटेस्ट आर्गनाइज किये जा रहे हैं. अकेले लंदन में ही करीब 400 लोगों ने प्रोटेस्ट में हिस्सा लिया है.  इनमें विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे ने भी शामिल हुए.

तस्वीरें

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