-प्रभारी मंत्री की समीक्षा बैठक में हुआ खुलासा

-2 की बजाय 19 अक्टूबर से बरेली के ओडीएफ होने के आसार

हॉफ कॉलम -सड़कों पर गड्ढे देख बिफरे मंत्री, बोले सड़क मरम्मत को लेकर तुरंत करें काम

BAREILLY :

2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन बरेली ओडीएफ जिलों की सूची में शुमार नहीं कर सकेगा। क्योंकि अफसरों की लापरवाही के चलते 5000 जालसाजों ने बड़ा घोटाला कर दिया है। वह शौचालय बनाने का रुपया लेकर गायब हो गए हैं। मामले को अफसर दबाए बैठे थे। प्रभारी मंत्री ब्रजेश पाठक ने समीक्षा बैठक में जब एक पर एक सवाल दागे तो अफसरों ने सच उगल दिया। जिसके बाद मंत्री बिफर गए। कहा कि 19 अक्टूबर तक बरेली को हर हाल में ओडीएफ बनाइए। इसके अलावा मंत्री ने बिजली, सड़क, स्वास्थ्य, पेयजल समेत 80 मसलों पर एक-एक कर अधिकारियों से जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने बरेली की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का फरमान सुनाया।

6 करोड़ का शौचालय घोटाला

बैठक में कानून मंत्री ने डिस्ट्रिक्ट को ओडीएफ बनाने के बारे में पूछा तो अफसरों ने कहा कि गांधी जयंती से पहले शौचालय निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाएगा। अब तक जनपद में 1,25,672 शौचालय बनाए जाने के लिए लाभार्थियों के अकाउंट में धनराशि भेज दी गई। जिसमें से 5 हजार लाभार्थी शौचालय की राशि लेकर लापता हो गए हैं। शौचालय निर्माण का सत्यापन कराकर अधूरे शौचालयों को 19 अक्टूबर के पहले तैयार कराने का निर्देश दिया। ताकि 19 अक्टूबर को शहर ओडीएफ घोषित हो सके। मुख्य विकास अधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि बरेली जनपद में 1843 ग्राम सभाओं में 2 लाख 55 हजार टॉयलेट बनाने का लक्ष्य था। इनमें से 1525 ग्राम सभाओं में दो लाख 50 हजार टॉयलेट तैयार हो गए हैं। अभी भी 5 हजार लोगों ने टॉयलेट नहीं बनवाए हैं। उनकी सूची तैयार हो गई है।

सड़कों का कराएं भौतिक सत्यापन

बैठक के दौरान उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता से सड़कों के बारे में जानकारी ली तो उन्होंने बारिश का बहाना बताया, जिस पर उन्होंने बारिश से खराब हुई सड़कों की तुरंत भौतिक सत्यापन कराने के निर्देश दिए है। भौतिक सत्यापन कार्य एक माह में पूरा कर रिपोर्ट मांगी है। ताकि सड़कों का काम जल्द से शुरू हो सके।

डिस्ट्रिक्ट में डेंगू के 12 मरीज

समीक्षा बैठक बरेली के प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में शुरू हुई। जिसमें बिजली, पानी, सड़क, सफाई, शौचालय सहित 80 विकास कार्यो की रिपोर्ट अधिकारियों ने पेश की। इस दौरान उन्होंने विकास के प्रगति की जानकारी अधिकारियों से एक-एक कर ली। सबसे पहले उन्होंने सीएमओ डॉ। विनीत शुक्ला से खसरा, प्रसूता और एआरवी की जानकारी ली। जिसमें पता चला कि खसरे का टीकाकरण 99 प्रतिशत पूरा करना था जिसे अभी तक 90 प्रतिशत ही लक्ष्य पूरा किया गया है। जबकि प्रसूताओं को दी जानी वाली राशि का 75 प्रतिशत और एआरवी की कमी के चलते उन्हें डांट खानी पड़ी। इसके साथ ही मंत्री ने आदेश दिया कि दवा की कमी बिल्कुल नहीं होनी चाहिए कोई सप्लायर देरी करे तो उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए तुरंत लिखकर दें। सीएमओ ने बताया कि जनपद में डेंगू के 12 मरीज है जिनका इलाज चल रहा है।

बिजली कनेक्शन पर उगाही सुन भड़के

बैठक के दौरान क्षेत्रीय विधायकों ने बताया कि बिजली विभाग के कर्मचारियों पर पांच सौ से एक हजार रुपए लेकर कनेक्शन करने की शिकायत की गई हैं। जिस पर प्रभारी मंत्री ने विभाग के कर्मचारियों पर भड़क गए। उन्होंने ऐसे कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कहा बरेली को नम्बर वन तभी बनाया जा सकेगा, जब सभी विभागीय अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को समझेंगे।

टैक्स वसूली का लक्ष्य पूरा करे

नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि टैक्स वसूली में तेजी लाते हुये लक्ष्य को पूर्ण करें। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सर्दी शुरू होने के पूर्व विद्यालयों में स्वेटर वितरित कराने को कहा। जिला समाज कल्याण अधिकारी को गांवों में वृद्धा पेंशन के लिए कैंप, नलकूपों को भी सही समय पर लगवाने को कहा। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों को एक अक्टूबर से धान क्रय केंद्र चालू कराने को कहा। गन्ना किसानों का बकाया भुगतान जल्द करने का निर्देश दिया। पुलिस व्यवस्था बिल्कुल ठीक होनी चाहिए। यदि कोई कानून व्यवस्था तोड़ता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इस दौरान बैठक में डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह, एसएसपी मुनिराज जी, सीडीओ सत्येंद्र कुमार, सीएमओ डॉ। विनीत शुक्ला, सांसद व विधायक प्रतिनिधि बैठक में शामिल रहे।