-जमीनदाता परिवार ने ही अब रास्ता देने से किया इनकार

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क्चङ्गन्क्त्र/क्कन्ञ्जहृन्: डुमरांव अनुमंडल मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर स्थित कसियां मिडिल स्कूल पहुंच मार्ग नहीं होने से चार महीने से बंद है। स्कूल में करीब सात सच् बच्चों का एडमिशन है। चारों ओर जलजमाव होने से 29 जुलाई से स्कूल बंद है। बताया गया कि पहले जिस मठिया के रास्ते से होकरच् बच्चे और शिक्षक स्कूल पहुंचते थे। उस मठिया की जमीन की घेराबंदी मई-जून में करा दी गई। बारिश होने के बाद चारों ओर जलजमाव से यहां पहुंचना कठिन हो गया। फिर स्कूल प्रबंधन और प्रखंड स्तरीय अधिकारियों ने जिला पदाधिकारी और वरीय अधिकारियों को विकल्प के तौर पर दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित मध्य विद्यालय सिकठा में स्कूल शिफ्ट करने की सलाह दी गई।

ग्रामीण हैं परेशान

कसियां के शैलेंद्र चौधरी, सतीश मिश्रा, संतोष कुमार, रामनारायण चौधरी, बड़क भर, भुनेश्वर भर और जगदीश राम सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में नामांकिच्त बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है। अधिकतर पैरेंट्स चाह कर भी चार महीने से अपच्े बच्चों को चार किलोमीटर की दूरी पर भेजना नहीं चाहते हैं। सभी अभिभावक गाड़ी रिजर्व कर भेजने में सक्षम भी नहीं है। नतीजतन बच्चे पढ़ाई से वंचित हैं।

आखिर चार किलोमीटर दूर बच्चे कैसे जाए पढ़ने

टीचर तो ड्यूटी कर रहे हैं लेकिन, नन्हें-मुन्नच् बच्चे अपने गांव से आते-जाते चार किलोमीटर की दूरी तय कर पैदल जाकर शिक्षा ग्रहण करने में सक्षम नहीं हो सकते। इस वजह से अधिकतरच् बच्चों का भविष्य दांव पर लग गया है। जानकार सूत्रों के अनुसार स्कूल के लिए जिस परिवार ने जमीन दान में दी है। अब उसी परिवार द्वारा मठिया की जमीन की घेराबंदी किया गया है। पिछले 29 जुलाई से स्कूल में ताला लटक रहा है। स्कूल कैंपस में गंदगी का अंबार है।

स्कूल बंद होने के बाद अपने स्तर से जिला पदाधिकारी तक लिखा-पढ़ी की गई। लेकिन, स्कूल तक पहुंचने के लिए रास्ता का कोई विकल्प नहीं होने से अधिकारियों के निर्देश पर दो किलोमीटर दूरी पर मध्य विद्यालय सिकठा में शिफ्ट किया गया।

-नवीन प्रकाश, पि्रंसिपल, मिडिल स्कूल