-सीसीटीएनएस के तहत कम्प्यूटर में फीड करनी होगी रिपोर्ट

-लखनऊ में सभी डिस्ट्रिक्ट कॉआर्डिनेटर को दी गई ट्रेनिंग

BAREILLY: बीट कॉन्स्टेबल अपने काम को छिपा नहीं सकेंगे। उन्हें बीट में जाकर काम भी करना होगा और इसकी रिपोर्ट भी देनी होगी। यह सब होगा ऑनलाइन सिस्टम से। सीसीटीएनएस योजना के तहत जल्द ही इसकी शुरुआत होने वाली है। मंडे को लखनऊ में सभी डिस्ट्रिक्ट के सीसीटीएनएस कॉआर्डिनेटर की ट्रेनिंग हुई, जिसमें सिस्टम को चलाने के बारे में समझाया गया है। अब डिस्ट्रिक्ट कॉऑर्डिनेटर थानों की पुलिस को इसके बारे में जानकारी देंगे।

बीट की डिटेल नहीं रखते सिपाही

अभी तक किस बीट में कौन सा सिपाही है, इसकी डिटेल थानो में मैनुअल होती है। बीट कॉन्स्टेबल भी अपने साथ एक बीट बुक रखता है। इस बुक में वह अपना डेली वर्क लिखता है लेकिन मैनुअली होने के चलते बीट सिपाही अपनी मर्जी से काम करता है। कई सिपाही तो कई-कई दिन अपनी बीट बुक ही अपडेट नहीं करते हैं। जब कोई अधिकारी मीटिंग करता है तो सारी सच्चाई सामने आ जाती है। बीट में पकड़ न होने की वजह से ही क्रिमिनल आराम से रहकर वारदातों को अंजाम देते हैं।

बीट मैपिंग भी हाे रही है

बीट कॉन्स्टेबल को ऑनलाइन किया जाएगा। इसके तहत बीट कॉन्स्टेबल को अपनी डिटेल ऑनलाइन सीसीटीएनएस के तहत फिल करनी होगी। उसने बीट में क्या किया, उसने किसकी गिरफ्तारी की या फिर कोई अन्य वर्क किया तो यह सब ऑनलाइन ही भरना होगा। ऑनलाइन बीट सिस्टम लागू करने के लिए बीट की मैपिंग भी कराई गई है। सभी थानों से डिटेल इकट्ठा कर लखनऊ भेज दी गई है। जल्द ही इसका लिंक सीसीटीएनएस पर ओपन होने लगेगा।

थानों की परफॉर्मेस भी होगी चेक

बीट सिस्टम के साथ-साथ थानों की परफॉर्मेस भी ऑनलाइन चेक की जाएगी। इसके लिए परफॉर्मेस मेजरमेंट सिस्टम एप तैयार किया गया है। इस एप के जरिए ही समीक्षा की जा सकेगी। यह थाना प्रभारी के सीयूजी नंबर से ही ओपन होगा। थानों की परफॉर्मेस के साथ डिस्ट्रिक्ट, रेंज व जोन की भी परफॉर्मेस चेक की जा सकेगी। इन दोनों सिस्टम से यूपी कॉप एप सिस्टम बेहतर चलेगा और पब्लिक को समय पर हेल्प मिलेगी।