- वहीं केकेसी में भी दो कोर्सेस में बीवोक

LUCKNOW :

एलयू और सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों में वोकेशनल कोर्स को लेकर कोई खास क्रेज नहीं है। जहां एलयू केवल एक ही सब्जेक्ट में वोकेशनल कोर्स संचालित कर रहा है। वहीं दूसरी और कुछ गिने चुने कॉलेजों में वोकेशनल कोर्स करने का मौका है।

बेरोजगारी दूर करने के लिए

अपने देश में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है लेकिन इसके पीछे का सच यह भी है कि यहां लोगों के पास काम करने के स्किल नहीं है। यही सोचकर भारत सरकार ने स्किल इंडिया की शुरुआत भी की है। स्किल इंडिया के तहत लोगों को किसी न किसी ट्रेड में दक्षता हासिल करवाई जा रही है। बहुत सारे राज्यों में नौवीं और दसवीं क्लास से ही वोकेशनल कोर्स के बारे में भी बताया जाता है। वोकेशनल कोर्स जहां स्टूडेंट्स को कोई खास स्किल सिखाते हैं, वहीं इनसे उनमें आत्मविश्वास और आगे बढ़ने की ललक भी पैदा होती है।

एलयू में बैचलर ने रिनुअल एनर्जी

लखनऊ यूनिवर्सिटी में सिर्फ एक ही कोर्स बैचलर इन रिनुअल एनर्जी में कोर्स का संचालन किया जाता है। इस कोर्स में एलयू में 25 सीटें हैं। तो वहीं नेशनल पीजी कॉलेज में बैचलर ऑफ वोकेशनल के दो कोर्स संचालित किए जाते है। राष्ट्रीय कौशल विकास प्रोग्राम बैचलर इन वोकेशनल सॉफ्टवेयर डवलपमेंट एंड ई गवनर्ेंस कोर्स और दूसरा बैचलर इन वोकेशनल बैंकिंग एंड फाइनेंस का कोर्स संचालित हो रहा है।

60-60 सीटों पर एडमिशन

इन दोनों ही कोर्सेस में 60-60 सीटों पर एडमिशन होता है। दोनों ही संस्थाएं एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से एडमिशन लेते है। एलयू में एडमिशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जबकि नेशनल में अभी ऑनलाइन आवेदन चल रहे है।

बीबीएयू में दो वोकेशनल कोर्स का संचालन

एलयू के अलावा बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी बीबीएयू में दो कोर्सेस में वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई होती है। इसमें बीवोक इन लैंड स्केप एंड गाडनिंग और दूसरा बीवोक इन हार्टिकल्चर का कोर्स संचालित होता है। इन दोनों कोर्स में 60-60 सीटें है।