छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : आने वाले दिनों में प्रत्येक पंचायत में मात्र एक मिडिल स्कूल तथा एक कंपाजिट स्कूल होगा। इस बात की जानकारी ई-विद्यावाहिनी और ज्ञान सेतु को लेकर पूर्वी सिंहभूम जिला के सीआरपी-बीआरपी का ओरियेंटशन सह प्रशिक्षण शिविर में बीआरपी-सीआरपी को दी गई। बताया गया कि स्कूल मर्जर को लेकर जो सूची उपलब्ध कराई गई है उसका सत्यापन कर 15 दिसंबर तक हर हाल तक करें।

होगी सीधी कार्रवाई

जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवेंद्र कुमार, एपीओ अखिलेश कुमार, एमआईएस प्रभारी राजेश कुमार ने बीआरपी-सीआरपी को इन योजनाओं को लेकर कई तरह की जानकारी दी। डाटा अपडेट रखने की विधि बताई। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि टारगेट के अनुसार स्कूल का विजिट नहीं करने के कारण ही जिला पिछड़ गया है। यदि स्थिति नहीं सुधरी तो इसके बाद बीआरपी-सीआरपी पर विभाग कार्रवाई करेगा। विभाग करेगा प्रशिक्षण के दौरान ज्ञानसेतु का डाटा शेयर किया गया। यह आंकडा कैसे ई-विद्यावाहिनी से निकलेगा, इस बारे में बताया गया। द टीचर्स एप इसकी भी जानकारी दी गई। इसमें सभी शिक्षकों को रजिस्टर करने की विधि बताई गई। लर्निग आउटकम के कोर्स को शिक्षकों से सीखने का आग्रह किया गया।

15 वें स्थान पर है पूर्वी सिंहभूम

मालूम हो कि वर्तमान में एक पंचायत में कम से कम दस स्कूल हैं। शुक्रवार को शुक्रवार को पीपुल्स अकादमी उच्च विद्यालय में आयोजित प्रशिक्षण शिविर के दौरान स्कूल विलय के तरीके को भी बताया गया। इस दौरान ई-विद्यावाहिनी और ज्ञान सेतु योजनाओं की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान बताया गया कि अभी वर्तमान में ई-विद्यावाहिनी में जिला 15वें नंबर पर आ गया है। यह डाटा अपडेट न होने के कारण हुई है।