- राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान खूब चले जुबानी तीर

LUCKNOW: विधानसभा में शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सत्ता और विपक्ष के सदस्यों ने जमकर जुबानी तीर चलाए। विपक्ष ने कुंभ, बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और कानून-व्यवस्था समेत तमाम बुनियादी मुद्दों पर सरकार को कठघरे में खड़ा किया तो सत्तापक्ष के सदस्यों ने सरकार की तारीफ में खूब कसीदे पढ़े। खास बात यह है कि बसपा सुप्रीमो पर टिप्पणी कर वीडियो वायरल होने पर सुर्खियों में आई भाजपा की ही साधना सिंह ने ननद-भौजाई के प्रतीकों से बुआ-बबुआ की एक कहानी सुनाई। कहा, बुआ ने बबुआ के साथ ऐसा किया कि बबुआ चलना भूल गया, बोलना भूल गया और कुछ करना भूल गया। बबुआ दिव्यांग हो गया। साधना ने कहा कि अगर चेकिंग नहीं होती तो सपा के लोग कागज के गोले की जगह राज्यपाल पर एके 47 चलाते।

विधायक ने बताया जान का खतरा

विधानसभा में प्रश्नकाल के बाद सपा सदस्य फहीम इरफान ने अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा देने की मांग की। पूर्व मंत्री आजम खां के नजदीकी माने जाने वाले मुरादाबाद के बिलारी क्षेत्र से निर्वाचित फहीम ने आरोप लगाया कि एक व्यक्ति ने उन्हें फोन पर दो दिन में मारने की धमकी दी है। इसकी रिकार्डिग भी उनके पास है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित से इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए सुरक्षा दिलाने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी व अन्य सदस्यों ने भी धमकी को गंभीरता से लेने की मांग की। इस पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने लिखित शिकायत देने पर तुरंत कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया।

विधानभवन में स्मोकिंग जोन बनवा दें

विधानसभा में उस समय ठहाका जब बसपा के उमाशंकर सिंह ने व्यवस्था के प्रश्न पर स्मोकिंग जोन बनाने की मांग उठा दी। उन्होंने कहा कि लाबी में जिस तरह सदस्यों द्वारा लगातार सिगरेट पी जाती है उससे वहां बैठना दूभर हो जाता है। जिससे धुम्रपान नहीं करने वालों खासतौर से महिला सदस्यों को बड़ी असुविधा हो रही है, सिगरेट का धुआं मंडप तक भी पहुंच जाता है। उन्होंने कहा कि पहले सत्र में भी इस समस्या को उठाया गया था तब दलीय बैठक में समाधान करने का आश्वासन दिया गया था। उन्होंने सुझाव दिया कि अलग स्मोकिंग जोन बन जाएगा तो समस्या नहीं रहेगी। इस पर विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने जल्द समस्या समाधान का भरोसा दिलाते हुए कार्यवाही को आगे बढ़ाया।

खूब चला शेरो-शायरी का दौर

विधानसभा में सत्तापक्ष और विपक्षी सदस्यों ने शेरो-शायरी के जरिये एक दूसरे पर प्रहार किए और खिंचाई की। भाजपा की संगीता बलवंत ने कुंभ पर उठाए जा रहे सवालों पर एक शेर पढ़ा-

'जो आए हैं कागज के गोले चलाने,

भाजपा सरकार की कमियां बताने

जिन्होंने लुटाए थे सैफई के मंचों पे दौलत,

चले हैं वो सूरज को दीपक दिखाने'

वहीं सपा के नफीस अहमद ने एक शेर पढ़ा -

'हो चुका तुमसे गरीबों का भला रहने दो,

अपने संदूक में चांदी का खुदा रहने दो

जाने किस वक्त शराफत का जनाजा निकले,

देश की हुकूमत दरवाजा खुला रहने दो'