पुराने कपड़े के साथ ही धागा और दस रुपए प्रति बैग किया जाएगा भुगतान

ALLAHABAD: पॉलीथिन पर बैन लगने के बाद लोगों से विकल्प के रूप में कपड़े का बैग इस्तेमाल करने की अपील की जा रही है। यही नहीं नगर निगम कपड़े का बैग बनवाकर लोगों को वितरित करेगा, जिसके लिए दिव्यांगजनों को बैग बनाने का आर्डर दिया गया है। इसका भुगतान दिव्यांगजनों को किया जाएगा।

ऐसे देंगे कपड़े के बैग को बढ़ावा

पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगने के साथ ही कपड़े के बैग को बढ़ावा देने के लिए अपर नगर आयुक्त ने जो प्लान किया था, उसे अमल में लाने के लिए दिव्यांग जनों को 800 बैग बनाने का ऑर्डर सोमवार को दिया। अपर नगर आयुक्त रितु सुहास ने सोमवार को विकास भवन के सभागार में सिलाई में दक्ष दिव्यांगजनों के साथ मीटिंग की। बैग बनाने के लिए दिव्यांगजनों को पुराना कपड़ा, धागा और दस रुपए प्रति बैग के हिसाब से भुगतान किया जाएगा।

स्वयंसेवियों की मदद से

बातचीत में तय किया गया कि जनपद में कार्यरत स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से दिव्यांगजनों को कपड़ा एवं धागा उपलब्ध कराया जायेगा जिसका दिव्यांगजन थैला तैयार करेंगे। बातचीत के साथ ही व्यापारी नेता मो। कादिर ने 200, डा। दिव्या ने 100 और नगर निगम ने 500 बैग के लिए कपड़ा, धागा और दस रुपये प्रति बैग बनवाने का खर्च देने की बात कही। 800 बैग बनाने का तत्काल ऑर्डर दिया गया। वहीं अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों से मदद की गई कि वे पुराने कपड़े इकट्ठा कर दिव्यांगजनों को दें और कपड़े के बैग बनवाएं।