लाहौर (पीटीआई)। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और शाहिद खाकान अब्बासी के साथ पत्रकार सिरिल अलमीडा सोमवार को लाहौर हाईकोर्ट में पेश हुए। बता दें कि एक याचिका में तीनों पर मुंबई हमले से जुड़े मामले में देशद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग की गई है। डॉन अखबार को दिए इंटरव्यू में शरीफ ने स्वीकार किया था कि 2008 के मुंबई आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ था।  उनके इस बयान को देश के खिलाफ बताते हुए सिविल सोसायटी की सदस्य अमीना मलिक ने शरीफ, अब्बासी और सिरिल पर केस कर दिया और तीनों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग की।

निजी जानकारी की थी साझा

शरीफ के इस दावे के बाद पाकिस्तान में सेना और सरकार के बीच तनाव पैदा हो गया था, जिसके बाद अब्बासी ने अपनी अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक बैठक बुलाई थी और इस मामले पर चर्चा की थी। इसके बाद अब्बासी ने मीटिंग में हुई बातचीत की जानकारी शरीफ के साथ साझा की थी। यही कारण था कि अमीना मलिक ने  अब्बासी पर भी केस कर दिया। याचिका में मलिक का कहना था कि अब्बासी ने शरीफ को इस बात की जानकारी देकर प्रधानमंत्री के रूप में ली गई अपनी शपथ का उल्लंघन किया और सुरक्षा प्रतिष्ठानों की मानहानि की है।

22 अक्टूबर को होगी अगली सुनवाई
अदालत की पिछली सुनवाई में सिरिल और शरीफ उपस्थित नहीं थे। इसलिए अदालत ने सिरिल के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया था और उन्हें देश से बाहर नहीं जाने देने का आदेश दिया था। शरीफ के वकील ने अपने सफाई में कहा था कि हाल में पत्नी की मौत के कारण वह कोर्ट में उपस्थित नहीं हुए। हालांकि कोर्ट की सख्ती के बाद तीनों सोमवार को अदालत में पेश हुए। अब मामले की अगली सुनवाई 22 अक्टूबर को होगी।

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