दुबई (पीटीआई)। पाकिस्तान के एक बड़े मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान, लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद ही भारत के साथ शांति वार्ता को फिर से शुरू करने की कोशिश करेगा क्योंकि भारत से फिलहाल इस मुद्दे पर बात करना बेकार है और मौजूदा भारतीय सरकार से अभी किसी बड़े फैसले की उम्मीद भी नहीं है। गल्फ न्यूज ने बताया कि पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि बातचीत के लिए यह समय सही नहीं है क्योंकि भारतीय नेता आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक कुछ स्थिरता नहीं होगी तब तक उनसे (भारत) बात करना बेकार है। चुनाव के बाद नई सरकार बनने पर हम इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।

2017 में नहीं हुई कोई बातचीत
फवाद ने कहा कि पाकिस्तानी सरकार किसी भी भारतीय नेता और भारत के लोगों द्वारा चुनी गई पार्टी का सम्मान करेगी। जब मंत्री से पूछा गया कि शांति वार्ता के लिए कौन सा भारतीय नेता पाकिस्तान के लिए सही है- नरेंद्र मोदी या राहुल गांधी, तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह कोई मायने नहीं रखता है और भारत में जिसकी भी सरकार आये हम उसके साथ बातचीत के लिए आगे बढ़ेंगे। बता दें कि 2016 में पाकिस्तान-आधारित आतंकवादियों द्वारा किए गए आतंकी हमलों और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के अंदर भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत-पाक संबंध तनावपूर्ण हो गए। 2017 में दोनों देशों के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं हो पाई।

हो गई थी वार्ता रद
भारत लगातार एक ही बात कह रहा है कि आतंक और वार्ता एक साथ संभव नहीं। चौधरी ने कहा कि पिछले साल नवंबर में भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन दोनों देशों के बीच एक उल्लेखनीय विकास है क्योंकि इससे न केवल सिख समुदाय को मदद मिलेगी बल्कि भारत-पाक संबंधों को भी फायदा होगा। गौरतलब है कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने 20 सितंबर, 2018 शाम को ही सुषमा स्वराज और उनकी पाकिस्तानी समकक्ष शाह मेहमूद कुरेशी के बीच बातचीत को आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया था लेकिन पाक आतंकियों द्वारा कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या और आतंकी बुहरान वानी को शहीद का दर्जा देते हुए पाकिस्तानी सरकार की तरफ से सम्मान में 20 डाक टिकट जारी करने के बाद इंडिया ने 24 घंटे के भीतर वार्ता रद कर दी थी। इस मामले में भारत का अभी भी यही कहना है कि जब तक पाकिस्तान बॉर्डर पर अपनी तरफ से हमले को रोकता नहीं है, तब तक संबंध पर कोई बातचीत नहीं होगी।

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