- कैबिनेट ने दी मंजूरी, यीडा द्वारा आवंटित भूमि में फूड पार्क का नाम भी जोड़ा

- औद्योगिक विकास प्राधिकरणों के कर्मचारियों का दूसरी जगहों पर होगा तबादला

- काशी विश्वनाथ मंदिर का होगा सौंदर्यीकरण, अयोध्या में बनेगा हाईटेक बस अड्डा

LUCKNOW :

योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड को यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में आवंटित 455 एकड़ भूमि में मेगा फूड पार्क खोलने का रास्ता साफ हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को कैबिनेट ने तय किया कि पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के नाम आवंटित इस भूमि में पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क नोएडा प्राइवेट लिमिटेड का नाम जोड़ दिया जाए। इस तरह नियमों में कोई खास बदलाव किए बगैर पतंजलि द्वारा अब वहां फूड पार्क बनाया जा सकेगा हालांकि सबलीज पर दी जाने वाली भूमि 20 फीसद ही रहेगी। साथ ही भूमि की आवंटन दर में पूर्व की तरह 25 फीसद की छूट भी मिल सकेगी।

ट्वीट से हुआ था हंगामा

ध्यान रहे कि करीब 15 दिन पहले बाबा रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण ने भूमि को सबलीज में हस्तांतरित करने के दौरान आने वाली दिक्कतों को देखते हुए फूड पार्क को नोएडा से किसी दूसरी जगह शिफ्ट करने का ट्वीट किया था जिसके बाद अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गये थे। आनन-फानन में राज्य सरकार ने फूड पार्क को रोकने के लिए पतंजलि को कुछ रियायतें देने का मन बनाया, साथ ही केंद्र सरकार को पतंजलि को फूड पार्क खोलने के लिए कुछ और दिनों की मोहलत देने का अनुरोध पत्र भी भेज दिया। मंगलवार को कैबिनेट के सामने यह प्रस्ताव पेश किया गया जिसमें पतंजलि को आवंटित भूमि में पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क का नाम जोड़ने को मंजूरी प्रदान कर दी गयी। इससे राज्य सरकार को किसी तरह के राजस्व की हानि भी नहीं होगी। साथ ही फूड पार्क स्थापित होने से पूंजी निवेश होगा, किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिलेगा और रोजगार के तमाम अवसर सृजित होंगे। आईडीसी अनूप चंद्र पांडे ने बताया कि यदि भविष्य में किसी अन्य कंपनी ने भी इसी तरह का प्रस्ताव प्रस्तुत किया तो उस पर भी विचार किया जाएगा।