-स्वास्थ्य मंत्री के निरीक्षण के दौरान डायरिया पीडि़त को कर दिया रेफर

-एम्बुलेंस नहीं मिलने से हुई मौत, मंत्री के जाने के बाद दिया शव

BAREILLY : डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में जहां एक तरफ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह निरीक्षण कर रहे थे, उसी दौरान डायरिया पीडि़त एक मरीज की मौत हो गई। लेकिन हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने अपनी नाकामी छिपाने के लिए उन्होंने शव को हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में ही कैद कर लिया। जब स्वास्थ्य मंत्री निरीक्षण करके चले गए तब कहीं जाकर परिजनों को शव सौंपा। इतना सब कुछ हो जाने के बाद स्वास्थ्य मंत्री को इसकी भनक तक नहीं लगी।

नहीं मिली एम्बुलेंस

शहर के सौदागरान निवासी राजकिशोर 50 वर्षीय को डायरिया की शिकायत होने पर पत्नी ने उन्हें डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के इमरजेंसी में दो दिन पहले एडमिट कराया था। जहां पर उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। दोपहर को जब स्वास्थ्य मंत्री हॉस्पिटल का निरीक्षण करने पहुंचे तो उसी समय राजकिशोर की हालत बिगड़ने लगी। जिस पर डॉक्टर्स ने उन्हें रेफर कर दिया। जब राजकिशोर के परिजनों ने ले जाने के लिए एम्बुलेंस की मांग की तो उन्हें हॉस्पिटल में एम्बुलेंस नहीं मिली, जिससे राजकिशोर की मौत हो गई। राजकिशोर की मौत के बाद पत्नी और बेटी इमरजेंसी के बाहर चेयर पर बैठी बिलखती रही, लेकिन किसी ने उन्हें शव नहीं ले जाने दिया। उन्हें बताया दिया गया कि मंत्री जी के निरीक्षण के बाद शव ले जाना। तब तक शव इमरजेंसी में कैद रखा गया। मंत्री के निरीक्षण के बाद परिजनों को शव ले जाने दिया गया। वहीं परिजनों इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।