-ककररकक

<द्गठ्ठद्द>क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ<द्गठ्ठद्दद्गठ्ठस्त्र> :

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के मेल आर्थो वार्ड की गैलरी में बेड नम्बर एक पर एडमिट अज्ञात मरीज के बेड पर रात 3 बजे आग लगी थी। उस समय वह बचाव के लिए चीखता रहा लेकिन स्टॉफ ने उसकी नहीं सुनी। क्योंकि मरीज को जिस दिन एडमिट कराया था, उसी दिन से दर्द से कराहता रहता था, और स्टॉफ उसकी नहीं सुनता था।

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हादसे की कहानी प्रत्यक्षदर्शी की जुबानी

आर्थो वार्ड में उत्तराखंड के किच्छा निवासी नन्हें ने बताया कि वह रात करीब तीन बजे टॉयलेट के लिए उठे थे। उस समय वार्ड में धुआं भरा था और बरामदे से वार्ड की तरफ धुआं आ रहा था। जब मौके पर गया तो होश उड़ गए। सबसे पहले उसने दूसरे बेड की चादर लेकर उसकी आग बुझाई। लेकिन तब तक उसका पैर और पेट तक बुरी तरह जल चुका था। सूचना मिलते ही इमरजेंसी से डॉक्टर आए और उसे बर्न वार्ड में ले गए।