- बीआरडी मेडिकल कॉलेज में चरमरा गई व्यवस्था

- वार्ड में तीस रुपए में बिक रहा है हाथ वाला पंखा

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कालेज में ऑक्सीजन त्रासदी को बीते अभी साल भी पूरा नहीं हुआ है और यहां की व्यवस्थाएं फिर पूरी तरह बेपटरी होती जा रही हैं। इंसेफेलाइटिस वार्ड में तीमारदारों के लिए बना हॉल एसी न चलने से हफ्तों से गर्म भट्ठी बना हुआ है। जहां तीमारदारों की भीड़ गर्मी से बेहाल हो रही है। लेकिन जिम्मेदार हैं कि परेशानी दूर कराने की जगह केवल वार्ड का निरीक्षण कर रजिस्टर मेंटेन करने में लगे हैं।

गलियारों में सोते हैं आवारा कुत्ते

अभी बीते शुक्रवार को कमिश्नर अनिल कुमार ने बीआरडी का दौरा कर वार्डो में गंदगी और कुत्तों को देख जिम्मेदारों को फटकार लगाई थी। लेकिन रविवार को भी नेहरू चिकित्सालय के गलियारों में कुत्ते सोते दिखे। जिससे साफ पता चल रहा था कि जिम्मेदारों पर फटकार का कोई असर नहीं है।

तीस रुपए में बिक रहा हाथ वाला फैन

बीआरडी में भीषण गर्मी से निपटने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। जिस वजह से तीमारदार वार्ड में बिक रहा हाथ वाला फैन खरीदकर खुद को राहत पहुंचा रहे हैं। उनके साथ आने वाले बच्चों का तो बहुत ही बुरा हाल हो रहा है। उनका पूरा समय गर्मी से बेहाल हो रोते ही बीत रहा है।

कोट्स

मै गोपालगंज से पांच दिनों से अपनी बेटी का इलाज कराने आया हुं। इंसेफेलाइटिस वार्ड में अंदर तो जाने नहीं दिया जा रहा है, बाहर गर्मी से बुरा हाल है।

- भगवान प्रसाद, गोपालगंज

इंसेफेलाइटिस वार्ड में मरीज को देखने आया था। कल से ह ॉल में ही ऐसे तैसे समय बीता रहा हूं। यहां तो तीमारदारों के लिए कोई व्यवस्था ही नहीं है। कुछ बच्चे भी हैं जिनका गर्मी से बुरा हाल हो गया है।

- भोला, कुशीनगर

वर्जन

इंसेफेलाइटिस वार्ड के हॉल में इतनी भीड़ है कि वहां एसी भी काम नहीं करेगी। बहुत जल्द तीमारदारों के लिए रैनबसेरा बनकर तैयार हो जाएगा। उसके बाद इसे वहां शिफ्ट कर दिया जाएगा।

- डॉ। गणेश कुमार, प्रिंसिपल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज