PATNA : विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा कि अखबार, पाठक समाज को बाजार के रूप में देखते हैं। उन्हें अधिक से अधिक पाठक तक पहुंचने की चिंता रहती है। दैनिक जागरण समाज के मूल्यों और भावनाओं को प्रभावित करने वाली बातों को उजागर कर रहा है। शनिवार को जागरण के बागबान क्लब के समापन सत्र का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि समाज तक सिर्फ समाचार पहुंचा देने भर से अखबारों का दायित्व खत्म नहीं हो जाता है बल्कि समाज को रोशनी दिखाने की भी जिम्मेदारी है।

विधानसभा अध्यक्ष ने बागबान क्लब की प्रशंसा करते हुए कहा कि मैं तो स्वभाविक रूप से इसका सदस्य बन गया हूं। बागबान फिल्म का उल्लेख करते हुए कहा कि मुझे कई लोगों ने बच्चों के साथ फिल्म देखने की सलाह दी। जबकि, कोई भी अपने माता- पिता के साथ फिल्म देखने की बात नहीं करता। यह मनुष्य की कमजोरी होती है, जो खुद को पाने वाले स्थान पर रखते हैं, मगर देने वाले स्थान पर नहीं रखना चाहते हैं। सभी लोग अच्छाई को समझते हैं मगर उसपर अमल नहीं करते। आज इंसान आगे बढ़ता जा रहा है और इंसानियत खत्म होती जा रही है। आज की पीढ़ी 'रैट रेस' में लगी है और अधिक कमाने की होड़ है।

अधिक पैकेज के चक्कर में लोग घर, परिवार, समाज और नाते- रिश्तेदार से दूर होता जा रहे हैं। वे कंपनी के बाहर सोच ही नहीं सकते हैं। ऐसे लोगों को उम्रदराज होने पर सामाजिक संतुलन बनाने में मुश्किल होती है। दैनिक जागरण ने सामाजिक संवेदनशीलता दिखाई है। अपने बाग से परेशान बागबान को नई राह दिखाई है। उन्होंने कहा कि बागबान को निराश और परेशान होने की जरूरत नहीं है। अगर वे अपेक्षा को सीमित कर लें तो धूप में झुलसने की समस्या नहीं रह जाएगी। बागबान क्लब के अध्यक्ष श्यामजी सहाय ने धन्यवाद ज्ञापन किया।