- छपरा-सिवान के बीच दाउदपुर में चलती ट्रेन में लूट से खुली पोल

- एक सप्ताह पूर्व भी हुई थी चलती ट्रेन में हथियार के बल पर लूट की वारदात

- सोमवार को गोदान एक्सप्रेस में लूट की घटना ने खड़ा किया रेल पुलिस की गस्त पर सवाल

PATNA (13 Sept): ट्रेन के लुटेरे एक बार फिर एक्टिव हो गए हैं। वह असलहे के बल बल पर यात्रियों को लूट रहे हैं। छपरा सिवान रेलखंड के दाउदपुर स्टेशन पर रविवार की रात गोदान एक्सप्रेस में हुई लूट ने रेल पुलिस के गस्त की पोल खोल दी है। तीन यात्रियों को घायल करने के साथ बदमाशों ने लाखों रुपए की लूटपाट की है। इस घटना ने न सिर्फ सुरक्षा कर्मियों को चुनौती दी है बल्कि इस बात का खुलासा किया है कि अपराधी फिर यात्रियों को लूटने के लिए तैयार हो गए हैं। रेल पुलिस के अधिकारियों का दावा है कि वह घटना का खुलासा करते हुए ट्रेनों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए प्लान तैयार कर लिए हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट पड़ताल कर आपको बता रहा है कि दानापुर मंडल की ट्रेन कितनी सुरक्षित हैं।

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एक नजर में सुरक्षा

-भ्म् ट्रेनों में जीआरपी के जवान करते हैं गश्त।

-म्0 ट्रेनों में आरपीएफ के जवान करते हैं गश्त।

-ब्00 जवानों के जिम्मे है ट्रेन की सुरक्षा।

-क् ट्रेन में जीआरपी के एक अधिकारी और भ् जवान करते हैं गश्त।

-क् ट्रेन में आरपीएफ के एक अफसर के साथ म् कांस्टेबल करते हैं गश्त।

-राजधानी और संपूर्ण क्रांति सहित अन्य कई सुपर फास्ट ट्रेन में आरपीएफ के जिम्मे सुरक्षा।

-एक्सप्रेस और मेल ट्रेनों में जीआरपी के जवान करते हैं सुरक्षा।

ट्रेनों में लूट की घटनाओं पर कब लगेगा लगाम

टेन में सुरक्षा को लेकर हमेशा रेल पुलिस पर सवाल खड़ा किया जाता है। कई ऐसे रूट हैं जहां सुरक्षा को लेकर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जाता है। पटना के पाटलिपुत्र स्टेशन से चलने वाली ट्रेनों में भी सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल है। बानगी के तौर पर हम पाटलिपुत्रा से गोरखपुर जाने वाली पाटलिपुत्रा एक्सप्रेस को ले सकते हैं। इस ट्रेन में सुरक्षा के नाम पर बड़ी चूक होती है। इस ट्रेन में सुरक्षा के जवान दिखते ही नहीं है जबकि ये ट्रेन भी उसी रूट पर चलती है जिस रूट पर रविवार की रात लूट की घटना हुई है। कई बार तो ऐसा होता है कि चेन पुलिंग कर ट्रेन बीच में रोक दी जाती है और कोई सुरक्षा जवान इसे देखने तक नहीं आता है। ऐसी घटनाएं रेल पुलिस पर सवाल खड़ा करती है।

ट्रेन की सुरक्षा नहीं बढ़ी तो होगी घटना

सूत्रों का कहना है कि जब भी एक दो घटना होती है तो ये संकेत मिल जाता है कि अपराधी सक्रिय हो गए हैं। इस पर पुलिस को सक्रियता बढ़ा देनी चाहिए। अगर ऐसी दशा में पुलिस ने थोड़ी सी चूक की तो घटनाएं बढ़ सकती हैं। रेल पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा को लेकर तैयारी है और सुरक्षा को लेकर नए प्लान पर काम चल रहा है।