क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: सुपरस्पेशियलिटी सदर हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों के लिए अच्छी खबर है. यहां इलाज के दौरान अब मरीजों को पेइंग वार्ड की सुविधा मिलेगी, जिससे कि मरीजों को जनरल वार्ड की भीड़-भाड़ से छुटकारा मिल जाएगा. वहीं उन्हें प्राइवेसी भी मिलेगी. इसके लिए मरीजों को नॉमिनल चार्ज भी देना होगा. बताते चलें कि सदर की सुपरस्पेशियलिटी बिल्डिंग में मरीजों के लिए पेइंग वार्ड बनाया गया है, जहां फ‌र्स्ट फेज में 8 कमरों को चालू कर दिया गया है.

जनरल वार्ड के भीड़ से निजात

हॉस्पिटल में फिलहाल पेइंग वार्ड को चालू कर दिया गया है. इसमें एक रूम के लिए 300 रुपए देना होगा. ऐसे में रूम में मरीजों को दो बेड की सुविधा मिलेगी. वहीं सेपरेट बाथरूम भी होगा. इसके अलावा वहां पर पानी और बिजली की 24 घंटे फैसिलिटी मिलेगी. इससे मरीजों को किसी चीज के लिए भटकना नहीं होगा.

ऑन कॉल डॉक्टर व नर्स हाजिर

वार्ड में इलाज के दौरान प्राइवेसी तो मिलेगी ही. वहीं जरूरत पड़ने पर डॉक्टर और नर्स भी हाजिर होंगे. चूंकि सुपरस्पेशियलिटी सदर हॉस्पिटल में सबसे ज्यादा मामले डिलीवरी के आते हैं. ऐसे में सिजेरियन वाले मरीजों को हॉस्पिटल में ही रुकने की सलाह दी जाती है. वहीं क्रिटिकल पेशेंट को भी डॉक्टर हॉस्पिटल में स्थिति सुधरने तक रोक लेते हैं. ऐसे में पेइंग वार्ड के मिल जाने से प्रसूता महिलाओं और उनके बच्चों को भी परेशानी नहीं होगी.

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200 से बढ़ाकर 500 बेड करने की है तैयारी

राजधानी के हार्ट में 500 बेड का सुपरस्पेशियलिटी सदर हॉस्पिटल चालू किया जाना है, जहां फ‌र्स्ट फेज में 4 अगस्त 2017 को 200 बेड का हॉस्पिटल चालू कर दिया गया है. इसके बाद से हॉस्पिटल में मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. वहीं सिजेरियन डिलीवरी के लिए भी लोग अब प्राइवेट हॉस्पिटलों के बजाय सदर में आना ही बेहतर समझ रहे हैं. चूंकि प्राइवेट हॉस्पिटलों में नार्मल डिलीवरी के लिए ही 40-50 हजार लग जाते हैं. वहीं सिजेरियन के लिए एक लाख रुपए तक चार्ज वसूला जाता है.

वर्जन

अभी हमलोगों ने 8 रूम को चालू कर दिया है. इसके बाद ऊपर के रूम जब हैंडओवर हो जाएंगे तो उसे भी लोगों के लिए चालू कर दिया जाएगा. फिलहाल पेइंग वार्ड का चार्ज 300 रुपए रखा गया है. वहीं ऊपर के फ्लोर चालू होने पर उसका रेट भी उसी हिसाब से तय किया जाएगा.

अंतरा झा, हॉस्पिटल मैनेजर, सुपरस्पेशियलिटी सदर हॉस्पिटल