सिद्धार्थ यादव ने किया था पीसीएस टॉप, दूसरे स्थान पर मंगलेश दुबे व तीसरे पर थे अम्बेडकर नगर के प्रशांत तिवारी

29 मार्च 2015 को आउट हुआ था पीसीएस प्री का पर्चा, पूरे प्रदेश में मच गया था हाहाकार

vikash.gupta@inext.co.in

ALLAHABAD: सीबीआई जांच के लपेटे में आया पीसीएस 2015 परीक्षा ही वह परिणाम है, जिसमें सूबे के पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव के बेटे सिद्धार्थ यादव ने टॉप किया था। सपा कार्यकाल में आए इस परीक्षा परिणाम में डीजीपी के बेटे के टॉपर बनने के बाद से ही ढेरों चर्चाएं शुरू हो गयी थीं। 29 नवम्बर 2016 को देर रात्रि में आए अंतिम परिणाम को आयोग ने साफ सुथरा करार दिया था। पीसीएस 2015 प्री परीक्षा का पेपर 29 मार्च 2015 को आउट होने के बाद यह परीक्षा दोबारा 10 मई 2015 को करवायी गयी थी। पर्चा आउट होने की घटना को बाद में दबा दिया गया था। इसी पर पहली एफआईआर में सीबीआई ने फोकस किया है।

24 फरवरी 2016 तक चला इंटरव्यू

पीसीएस 2015 में दूसरे स्थान पर प्रतापगढ़ के मंगलेश दूबे थे। जबकि तीसरे स्थान पर अम्बेडकर नगर के प्रशांत तिवारी थे। टॉप टेन की सूची में कोई भी महिला अभ्यर्थी नहीं थी। पीसीएस 2015 में 530 रिक्तियों की सापेक्ष कुल 521 को सफलता मिली थी। पहली बार ऐसा हुआ जब नौ पद खाली रह गए। इसका इंटरव्यू 22 दिसम्बर 2015 से 24 फरवरी 2016 तक हुआ था। इसकी लिखित परीक्षा का परिणाम एक दिसम्बर 2015 को घोषित हुआ था।

ये थे डिप्टी कलेक्टर के टॉप टेन

1. सिद्धार्थ यादव

2. मंगलेश दुबे

3. प्रशांत तिवारी

4. सौरभ भट्ट

5. नीतिश कुमार सिंह

6. अजय कुमार राय

7. गौरव रंजन श्रीवास्तव

8. अभिषेक पाठक

9. प्रशून द्विवेदी

10. राकेश कुमार

इन प्रमुख पदों पर हुआ था चयन

डिप्टी कलेक्टर 32

डिप्टी एसपी 16

एडीआईओएसस/डिस्टिक बेसिक एजुकेशन ऑफिसर 03

असिस्टेंट कमिश्नर कामर्सियल टैक्स 114

बीडीओ 16

असिस्टेंट कमिश्नर इंडस्ट्री 84

डिस्टिक सप्लाई ऑफिसर ग्रेड टू 09

डिस्ट्रिक प्रोबेशन ऑफिसर 08

कामर्शियल टैक्स ऑफिसर 55

नायाब तहसीलदार 62

डिस्ट्रिक बैकवर्ड क्लास वेलफेयर ऑफिसर 10

यूपी एग्रीकल्चर सेवा 03

सब रजिस्ट्रार 27

ट्रेजरार आफिसर 09

असिस्टेंट लेबर कमिश्नर 03

हाटिकल्चर ऑफिसर ग्रेड वन 02