-लोक सेवा आयोग के गेट नंबर पांच पर मार्कर से अपशब्द लिखकर किया गुस्से का इजहार

ALLAHABAD: पीसीएस मुख्य परीक्षा 2017 के दूसरे दिन मंगलवार को आक्रोशित परीक्षार्थियों के द्वारा लोक सेवा आयोग के गेट नम्बर पांच पर आयोग की लचर कार्यशैली के खिलाफ मार्कर से अपशब्द लिखे गए। इससे वहां पर परीक्षार्थियों के साथ मौजूद दर्जनों प्रतियोगी छात्रों के जेहन में पांच वर्ष का इतिहास दिखाई देने लगा। आयोग के खिलाफ लम्बे समय से संघर्ष करने वाले अवनीश पांडेय ने बताया कि दस जुलाई 2013 का इतिहास मंगलवार को फिर से दोहराया गया है। उस समय भी तत्कालीन अध्यक्ष डॉ। अनिल यादव तानाशाह रवैए के खिलाफ आयोग के बाहर हजारों छात्रों ने विरोध किया था। उन्होंने बताया कि शासन इस प्रकरण को संज्ञान में लें अन्यथा परिणाम भी वहीं होगा जो पूर्ववर्ती सरकार का हुआ था।

लाठीचार्ज के बाद हिरासत में महिला परीक्षार्थी

विरोध प्रदर्शन के बीच शाम को लोक सेवा आयोग के सचिव जगदीश ने बातचीत के लिए परीक्षार्थियों को अंदर बुलाया। परीक्षार्थी सिर्फ मुख्य परीक्षा को निरस्त करने की मांग कर रहे लेकिन सचिव ने उसे निरस्त करने से इंकार कर दिया। वार्ता विफल हुई तो परीक्षार्थियों ने गेट के बाहर धरना देना शुरू कर दिया। उसी समय उधर से गुजर रही रोडवेज की बस में आग लगा दी गई तो पुलिस ने परीक्षार्थियों के ऊपर दोबारा लाठीचार्ज कर दिया। इसमें कई परीक्षार्थियों को चोटें आई। विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह, महिला परीक्षार्थी प्रतिमा शुक्ला, प्रतिमा सिंह व प्रिया गुप्ता को हिरासत में लेकर उन्हें महिला थाना भेज दिया गया।

परीक्षार्थियों ने दी अनशन की चेतावनी

महिला परीक्षार्थियों को सिविल लाइंस महिला थाना में बंद किया गया है। गोरखपुर से परीक्षा देने पहुंची प्रतिमा शुक्ला व हरदोई की प्रिया गुप्ता ने बताया कि सचिव से वार्ता विफल होने के बाद हम लोगों ने अध्यक्ष से बात करने का मांग की। लेकिन उन्होंने अध्यक्ष से वार्ता कराने से इंकार कर दिया। परीक्षार्थियों ने चेतावनी दी है कि यदि पीसीएस मुख्य परीक्षा निरस्त नहीं की जाती है है तो आयोग के बाहर अनशन किया जाएगा।