- हर दुकान में फुटकर सामान के साथ चाय-काफी भी पॉलिथीन में ही दिए जा रहा

- प्रशासन ने अभी तक नहीं शुरू की बैन की कार्रवाई, मुनादी भी नहीं कराई

- तीन दिन बाद भी बैन के फैसले से ज्यादातर लोग हैं अंजान

KANPUR : पॉलिथीन के इस्तेमाल पर बैन लग गया है लेकिन बाजार में इसका असर कहीं नहीं दिख रहा है। हर दुकान में फुटकर सामग्री पॉलिथीन बैग में ही पैक करके ग्राहकों को दी जा रही है। कई दुकानदारों को यह भी नहीं पता कि पॉलिथीन कब से बंद हो रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर राज्य सरकार ने पॉलिथीन के प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसका इस्तेमाल करने वाले दुकानदारों व उत्पादन करने वालों पर जुर्माना और सजा तक का प्रावधान है। इसके बावजूद बाजार में पॉलिथीन पटी पड़ी है।

पॉलीथीन तो कल्चर बन गई

किराने से लेकर सब्जी-फल के दुकानदार पॉलिथीन में ही सामान दे रहे हैं। ग्राहकों को भी इसकी कोई चिंता नहीं है। हालत यह है कि दुकानदार कहते हैं कि पॉलिथीन अब जीवन शैली में शामिल हो गई है। लोग हर सामान पॉलिथीन में ही लेना चाहते हैं। इस वजह से इसको खत्म करने के लिए प्रशासन को बहुत सख्ती करनी पड़ेगी। सूखा सामान ही नहीं चाय-पानी तक पॉलिथीन में पैक करके दी जा रही है। जबकि डॉक्टरों का कहना है कि पॉलीथीन में पैक किया गया गरम पदार्थ पीने वाले को कैंसर होने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं। इसके बावजूद लोग नहीं समझ रहे।

प्रशासन ने मुनादी भी नहीं कराई

पॉलिथीन पर प्रतिबंध के आदेश आए तीन दिन हो गए, लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से इसको बंद कराने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। यहां तक कि बाजार में किसी प्रकार की मुनादी भी नहीं कराई गई। इसको देखते हुए लोगों को भी अभी यह विश्वास नहीं हो रहा कि पॉलिथीन बंद हो पाएगी।

पहले लोग झोला लेकर जाते थे

बात करे आज से करीब 15 साल पहले की तो उस वक्त पॉलीथीन बैग का कोई नामोंनिशां नहीं था। बुजुर्ग मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि उस वक्त जो लोग बाजार जाते थे वह खरीदा गया सामान रखने के लिए झोला साथ ले जाते थे। पॉलीथीन बैग जबसे आए लोगों ने बैग ले जाना भी छोड़ दिया।