-इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के संघटक महाविद्यालयों में पीएचडी कोर्सेस की होगी शुरुआत

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध संघटक महाविद्यालयों में पीएचडी पाठ्यक्रमों की शुरूआत पर जल्द बड़ा फैसला आ सकता है। चूंकि अभी यूनिवर्सिटी में भी पीएचडी का दाखिला पूरा होना बाकी है। ऐसे में कॉलेजेस को इसका पूरा बेनिफिट भी मिल सकता है। यह तय माना जा रहा है कि यदि एयू एडमिनिस्ट्रेशन ने इसी सत्र से कॉलेजेस को पीएचडी में दाखिले का ग्रीन सिग्नल दे दिया तो कॉलेजेस में दाखिला कम्बाइंड रिसर्च इंट्रेंस टेस्ट की मेरिट पर ही होगा।

प्रो। जगदम्बा सिंह को जिम्मेदारी

गौरतलब है कि इविवि ने इस सत्र से सभी संघटक महाविद्यालयों में पीएचडी की पढ़ाई शुरू करने का निर्णय लिया है। हालांकि, इस काम में कई तकनीकी दिक्कतों को देखते हुए विवि में केमेस्ट्री डिपार्टमेंट के प्रो। जगदम्बा सिंह की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया। कमेटी को जिम्मेदारी दी गई है कि वह सभी कॉलेजेस में जाकर सुविधाओं का जायजा ले और तय करे कि कहां कहां पर पीएचडी की पढ़ाई के चांसेस हैं।

एसी के बाद ईसी में होगा डिसीजन

प्रो। जगदम्बा सिंह की कमेटी ने कालेजेस का दौरा पूरा कर लिया है। अब रिपोर्ट एयू को सौंपनी है। बीच में दिपावली के अवकाश के चलते यह काम बाधित हुआ है। लेकिन अब जब यूनिवर्सिटी ओपन होने जा रही है, तब सभी की नजर कमेटी की विस्तृत रिपोर्ट पर होगी। हालांकि, कमेटी की रिपोर्ट पढ़ाई की शुरूआत के लिए सकारात्मक होना अभी से तय माना जा रहा है। फिर भी अंतिम फैसला एकेडमिक काउंसिल और फिर एक्जक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग में लिया जाएगा।

क्रेट की मेरिट पर मिलेगा दाखिला

इस बावत प्रो। जगदम्बा सिंह ने कहा कि वे अभी कमेटी के मेम्बर्स के साथ बैठक कर कुछ चीजों को तय करेंगे। उन्हें यह तय करने की जिम्मेदारी दी गई है कि कॉलेजेस में पीएचडी की शुरूआत हो सकती है या नहीं। बताया कि वे बहुत जल्द अपनी रिपोर्ट वीसी प्रो। आरएल हांगलू के समक्ष रखेंगे। उन्होंने कहा कि यदि इसी सत्र से कॉलेजेस में पढ़ाई शुरू किए जाने का निर्णय हुआ तो दाखिला क्रेट की मेरिट के बेस पर ही होगा। बता दें कि कॉलेजेस में पीएचडी पर सहमति का सीधा मतलब शोध के लिए छात्र-छात्राओं के पास अवसर की अधिकाधिक उपलब्धता होगी।