जब चले जाएंगे हम लौट के सावन की तरह, याद आएंगे पहले प्यार के चुंबन की तरह... अपनी कुछ ऐसी ही कविताओं से हर किसी के दिल पर राज करने वाले पद्म भूषण गोपालदास नीरज को अंतिम विदाई देने पूरा शहर उमड़ पड़ा. शनिवार को क्या आम और क्या खास, हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनसे जुड़े संस्मरणों को याद करते रहा.
याद रहेगा नीरज का कारवां
जब चले जाएंगे हम लौट के सावन की तरह, याद आएंगे पहले प्यार के चुंबन की तरह... अपनी कुछ ऐसी ही कविताओं से हर किसी के दिल पर राज करने वाले पद्म भूषण गोपालदास नीरज को अंतिम विदाई देने पूरा शहर उमड़ पड़ा. शनिवार को क्या आम और क्या खास, हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनसे जुड़े संस्मरणों को याद करते रहा.
जब चले जाएंगे हम लौट के सावन की तरह, याद आएंगे पहले प्यार के चुंबन की तरह... अपनी कुछ ऐसी ही कविताओं से हर किसी के दिल पर राज करने वाले पद्म भूषण गोपालदास नीरज को अंतिम विदाई देने पूरा शहर उमड़ पड़ा. शनिवार को क्या आम और क्या खास, हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनसे जुड़े संस्मरणों को याद करते रहा.
जब चले जाएंगे हम लौट के सावन की तरह, याद आएंगे पहले प्यार के चुंबन की तरह... अपनी कुछ ऐसी ही कविताओं से हर किसी के दिल पर राज करने वाले पद्म भूषण गोपालदास नीरज को अंतिम विदाई देने पूरा शहर उमड़ पड़ा. शनिवार को क्या आम और क्या खास, हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनसे जुड़े संस्मरणों को याद करते रहा.
जब चले जाएंगे हम लौट के सावन की तरह, याद आएंगे पहले प्यार के चुंबन की तरह... अपनी कुछ ऐसी ही कविताओं से हर किसी के दिल पर राज करने वाले पद्म भूषण गोपालदास नीरज को अंतिम विदाई देने पूरा शहर उमड़ पड़ा. शनिवार को क्या आम और क्या खास, हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनसे जुड़े संस्मरणों को याद करते रहा.
जब चले जाएंगे हम लौट के सावन की तरह, याद आएंगे पहले प्यार के चुंबन की तरह... अपनी कुछ ऐसी ही कविताओं से हर किसी के दिल पर राज करने वाले पद्म भूषण गोपालदास नीरज को अंतिम विदाई देने पूरा शहर उमड़ पड़ा. शनिवार को क्या आम और क्या खास, हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनसे जुड़े संस्मरणों को याद करते रहा.
जब चले जाएंगे हम लौट के सावन की तरह, याद आएंगे पहले प्यार के चुंबन की तरह... अपनी कुछ ऐसी ही कविताओं से हर किसी के दिल पर राज करने वाले पद्म भूषण गोपालदास नीरज को अंतिम विदाई देने पूरा शहर उमड़ पड़ा. शनिवार को क्या आम और क्या खास, हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनसे जुड़े संस्मरणों को याद करते रहा.
जब चले जाएंगे हम लौट के सावन की तरह, याद आएंगे पहले प्यार के चुंबन की तरह... अपनी कुछ ऐसी ही कविताओं से हर किसी के दिल पर राज करने वाले पद्म भूषण गोपालदास नीरज को अंतिम विदाई देने पूरा शहर उमड़ पड़ा. शनिवार को क्या आम और क्या खास, हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनसे जुड़े संस्मरणों को याद करते रहा.
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जब चले जाएंगे हम लौट के सावन की तरह, याद आएंगे पहले प्यार के चुंबन की तरह... अपनी कुछ ऐसी ही कविताओं से हर किसी के दिल पर राज करने वाले पद्म भूषण गोपालदास नीरज को अंतिम विदाई देने पूरा शहर उमड़ पड़ा. शनिवार को क्या आम और क्या खास, हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनसे जुड़े संस्मरणों को याद करते रहा.