-घर-घर पहुंचेगी पीएम की पाती, मिलेगा आयुष्मान योजना का लाभ

-पत्र में मौजूद क्यूआर कोड के जरिए बनवा सकेंगे गोल्डन कार्ड

फैक्ट फाइल

2.5 लाख हैं जिले में आयुष्मान योजना के लाभार्थी

05 लाख रुपए तक हर साल मिलेगा मुफ्त इलाज का लाभ

ऐसे मिलेगा लाभ

-पीएम नरेंद्र मोदी का लेटर डाक के माध्यम से पहुंचेगा।

-प्रधानमंत्री के इस पत्र में आयुष्मान योजना का क्यूआर कोड मौजूद होगा।

-इसके जरिए लाभार्थी अपना गोल्डन कार्ड आसानी से बनवा सकेंगे।

-इसके बादसालाना पांच लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज के हकदार होंगे।

ALLAHABAD: जिले के ढाई लाख परिवारों के लिए यह दिवाली खुशियों से भरी बीतने वाली है। खुद पीएम नरेंद्र मोदी का तोहफा उनके घर पहुंचने जा रहा है। प्रधानमंत्री के इस पत्र में आयुष्मान योजना का क्यूआर कोड मौजूद होगा। इसके जरिए लाभार्थी अपना गोल्डन कार्ड आसानी से बनवा सकेंगे। इसके बाद वह सालाना पांच लाख रुपए तक के नि:शुल्क इलाज के हकदार होंगे। खुद डीएम सुहास एलवाई ने त्योहार से पहले पत्र के शत-प्रतिशत वितरण के आदेश दिए हैं।

हल हो गई बड़ी समस्या

पीएम के इस कदम के साथ एक बड़ी समस्या का अंत हो गया। जिले के ढाई लाख परिवारों को इस योजना का लाभार्थी होने की जानकारी अपने आप मिल जाएगी। अभी तक प्रचार-प्रसार नहीं होने से लोग पैसे देकर इलाज करा रहे थे जबकि इस योजना में लाभार्थी परिवारों के सदस्यों को साल में पांच लाख रुपए के फ्री इलाज की सुविधा दी गई है। ऐसे में खुद घर पर पीएम की पाती पहुंचेगी तो लाभार्थी को जानकारी हो जाएगी।

फटाफट बनेगा गोल्डन कार्ड

इतना ही नही अभी तक जानकारी के अभाव में लाभार्थी अपना गोल्डन कार्ड नही बनवा पा रहे थे। यह वह कार्ड है जिसके बनने के बाद लाभार्थी अपने आप इन टाइटल्ड हो जाता है। वह इलाज के लिए आसानी से क्लेम कर सकता है। पीएम के पत्र में मौजूद क्यू आर कोड को इंटर करते ही कम्प्यूटर पर गोल्डन कार्ड की डिटेल उपलब्ध हो जाएगी। इसे प्रिंट आउट किया जा सकेगा।

बॉक्स

डीएम ने दिए जल्द वितरण के आदेश

बुधवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में डीएम सुहास एलवाई ने कहा कि आयुष्मान योजना के राह में आने वाली रुकावटों को दूर कर दिवाली से पहले पत्र का वितरण करें। उन्होंने 14 नवम्बर से फैलेरिया मुक्त भारत अभियान को देखते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सभी को दवा के लिए प्रेरित करने को कहा। बता दें इसके पहले डीएम ने 31 अक्टूबर व एक नवंबर को अधिक से अधिक गोल्डन कार्ड बनवाने के आदेश स्वास्थ्य विभाग को दिए थे। बैठक में सीएमओ डॉ। गिरिजाशंकर बाजपेई भी उपस्थित रहे।