PATNA: आरआरबी ग्रुप डी के एग्जाम में अभिषेक का बड़ा नेटवर्क काम कर रहा था। 20 हजार रुपए में टॉपर स्टूडेंट्स को लगा दिया जाता था और असली कैंडिडेट्स बिना एग्जाम दिए पास हो जाते थे। नौकरी के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े के इस बड़े खेल का खुलासा आरपीएफ ने किया। पुलिस के हाथ आए दो स्टूडेंट्स ने बड़ा राज खोला है। पटना पुलिस मामले के मास्टर माइंड अभिषेक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।

सरगना को ढूंढ़ रही पुलिस

मंगलवार 18 सितंबर आरआरबी द्वारा ली जा रही ग्रुप डी की परीक्षा में दो परीक्षार्थियों को आरपीएफ और सेटर इंचार्ज ने शक के आधार पर पकड़ा। शुरू में मामला सामान्य लगा लेकिन पूछताछ में जब दोनों स्टूडेंट्स ने राज खोल तो पुलिस वालों के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। मामला बड़े नेटवर्क से जुड़ा निकला जिसकी कमान अभिषेक के हाथ में थी। पुलिस का कहना है कि सेटिंग बड़ी तगड़ी है और इसमें कई मास्टर माइंड शामिल है। पूछताछ में जो राज सामने आया है। फरार चल रहे अभिषेक की गिरफ्तारी के बाद बड़ा खुलासा हो सकता है।

 

देता था पैसों का लालच

पुलिस के हाथ आया राहुल कुमार बाल्मीकि सिंह का बेटा है और वह शेरपुर थाना जंदाहा का निवासी है जबकि रंजीत कुमार सुनील कुमार यादव का पुत्र है। वह लहेरियासराय जिला दरभंगा का रहने वाला है। दोनों ने पाटलिपुत्रा थाना की पुलिस की पूछताछ में बताया कि 20 हजार रुपए का लालच देकर उन्हें कैंडिडेट्स की जगह बैठने के लिए कहा गया था।


पुलिस को सुनाई फर्जीवाड़े की स्टोरी

पकड़े गए दोनों स्टूडेंट्स में इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स व एक अन्य ने भी चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस का कहना कि पूछताछ में दोनों ने बताया कि अभिषेक की सेटिंग से वह आए थे पर वह अभिषेक को पर्सनली नही जानते है। उन्हें 20 हजार रुपए का लोभ देकर परीक्षा में बैठाया गया है।

 

ऐसे दे रहे थे एग्जाम

राहुल कुमार संजीव कुमार यादव नामक व्यक्ति के स्थान पर परीक्षा दे रहा था जबकि रंजीत कुमार सुमित कुमार की जगह परीक्षा दे रहा था। दोनों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई के लिए पाटलिपुत्र थाना को आरपीएफ ने सुपुर्द कर दिया है जहां पूछताछ चल रही है। अब तक पुलिस के इन्वेस्टिगेशन और पूछताछ में जो बात सामने आई है उसमें मास्टर माइंड के रूप में अभिषेक कुमार का नाम आया है जो इस तरह का काम काफी दिनों से सेटिंग कर कर रहा है। उसके अंदर बहुत सारे लड़के काम करते हैं। पुलिस मामले की जांच करने के लिए पड़ताल कर रही है।