-सामने आया गोरखपुर पुलिस का सच, अब पुलिस ही दबंगों को कब्जा दिला रही जमीन

-शाहपुर के दरोगा, पादरी बाजार के सिपाहियों की सीएम से शिकायत

GORAKHPUR: योगी सरकार की सख्ती के बाद भी अधिकारी सुधरने को बाज नहीं आ रहे हैं। अब तो आलम यह है कि पुलिस ही दबंगों को अवैध कब्जा दिला रही है। इस कारण शहर के भीतर पुलिस की मदद से भू माफिया ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। शाहपुर दरोगा की शिकायत तो सीएम से भी हो गई है। तीन लोगों ने एक ही दरोगा पर प्रापर्टी डीलर, सपा नेता के साथ मिलकर कब्जा कराने के लिए उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पीडि़त लोगों का कहना है कि प्रापर्टी डीलर के प्रभाव में आकर दरोगा और पादरी बाजार पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही रोजाना प्रताडि़त करते हैं। उधर, खोराबार, झंगहा, चिलुआताल सहित कई थानों में भूमि पर अवैध कब्जा कराने का मामला सामने आ चुका है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी।

केस एक

75 साल की बुजुर्ग संग कर रहे बदसलूकी

शाहपुर एरिया के जंगल हकीम नंबर दो, नाई टोला के कन्हई की पत्नी सोमारी देवी ने मुख्यमंत्री को पत्र दिया। आरोप लगाया कि शाहपुर में तैनात दरोगा नवीन सिंह और पादरी बाजार पुलिस चौकी के सिपाही, क्षेत्रीय प्रापर्टी डीलर अशोक यादव के साथ मिलकर हमारा टीन शेड उजवड़ाने के लिए आए दिन प्रताडि़त करते हैं। रोजाना शाम को घर पर पहुंचकर जबरन टीन शेड उजाड़ने को कहते हैं। 75 साल की बुजुर्ग महिला ने प्रापर्टी डीलर, दरोगा और सिपाहियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। कहा कि पुलिस उनके साथ बदसलूकी करती है।

केस दो:

पति के बीमारी का फायदा उठा रहा प्रापर्टी डीलर

शाहपुर जंगल हकीम नंबर दो टोला शाहपुर की हेमवंती के पति कोईल उर्फ सूरज बीमार हैं। पति के दवा और परिवार का खर्च चलाने के लिए वह चौका बरतन करती है। थाना के दरोगा नवीन सिंह और सिपाही परेशान कर हरे हैं। प्रापर्टी डीलर अशोक यादव के कहने पर पुलिस उत्पीउ़न कर रही है। शाहपुर के सालिक राम, कलेक्ट्री निवासी त्रिलोकी नाथ ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने भी सीएम को पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है।

फिर सक्रिय हुए भू माफिया

जिले में भू माफिया पर शिकंजा कसने के बाद से अवैध कब्जा करने के मामले थम गए थे। एक साल पूर्व चले अभियान में तमाम प्रापर्टी डीलर्स ने अपने पांव बटोर लिए थे। लेकिन धीरे-धीरे अभियान के सिमटते ही फिर से माफिया, दबंगों और प्रापर्टी कारोबारियों ने पैर फैलाना शुरू कर दिया है। उनके पैर पसारने में शहर में तैनात पुलिस कर्मचारी मददगार बन रहे हैं। 20 से अधिक पुलिस कर्मचारियों की शिकायत एसएसपी से हो चुकी है। सबसे ज्यादा मामले शाहपुर इलाके के सामने आए हैं। इनमें एक दरोगा की शिकायत कई लोगों ने की है। जबकि, हर माह अवैध ढंग से भूमि और मकान कब्जा करने के 10 से 12 मामले सामने आ रहे हैं।

सवालों में एंटी भू माफिया सेल

भूमि पर अवैध कब्जा रोकने, लोगों की जमीनों को जबरन कब्जा करने, दबंगई के बल पर भूमि को हड़प लेने सहित कई मामलों पर अंकुश लगाने के लिए एंटी भू माफिया सेल की स्थापना की गई थी। शुरुआती दिनों में टीम ने जमकर काम किया। धीरे-धीरे टीम के सदस्य निष्क्रिय होते चले गए। पहले भू-माफिया की सूची जारी करने, फिर उस लिस्ट में संशोधन करने तक सिमटी एंटी भू माफिया सेल के गठन के बाद पब्लिक को राहत नहीं मिल पा रही है। शासन की ओर से एंटी भू माफिया पोर्टल भी लांच किया गया है। भू माफिया से तंग लोग इस पर अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। पोर्टल और टीम के बावजूद रोजाना 10 से 20 शिकायतें पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को मिल रही हैं। सीएम के जनता दरबार में भूमि पर अवैध कब्जे से परेशान लोग पहुंचते हैं। एंटी भू माफिया सेल की कार्रवाई सरकारी भूमि से अतिक्रमण, अवैध कब्जा हटाने तक सिमटकर रह गई है।

वर्जन