--Police lines कैंपस में मजार के पास मिला गायब कारबाइन

-आईआर ने कांस्टेबल के खिलाफ दर्ज कराई थी FIR

ALLAHABAD: वाह क्या बात है। पुलिस कांस्टेबल के पास से कारबाइन गायब हो जाती है। पांच दिन तक पुलिस महकमा उसकी तलाश में जुटा रहता है। हर कोई परेशान रहता है। जब एफआईआर होती है तो कहानी में ट्वीस्ट आ जाता है। गायब कारबाइन पुलिस लाइंस में मिलती है। वह भी लावारिस हालत में.अब ऐसे में सवाल उठना तो स्वभाविक है कि क्या कारबाइन को किसी पुलिस वाले ने ही चुराया था और पुलिस के डर से उसे लावारिस हालत में छोड़ दिया।

ड्यूटी के लिए मिला था कारबाइन

कांस्टेबल बृजेश बहादुर राय की ड्यूटी पुलिस लाइंस में लगती है। 13 मार्च को इलाहाबाद में श्रीश्री रवि शंकर आए थे। उनकी सिक्योरिटी में पुलिस लाइंस की ओर से कांस्टेबल बृजेश की ड्यूटी लगी थी। ब्रजेश को एक कारबाइन, दो मैगजीन और 90 कारतूस मिला था। 13 को बृजेश ड्यूटी पर गया था लेकिन उसके बाद से उसे होश नहीं रहा कि उसका सामान कहां गायब हो गया। 14 मार्च को पता चला कि उसके पास कारबाइन नहीं है। उसने पुलिस लाइंस में बताया कि वह चाय पीने चला गया था और इस दौरान कारबाइन किसी ने गायब कर दी। उसके पास एक मैगजीन और कारतूस बचे थे।

दर्ज कराई FIR

पुलिस विभाग में कारबाइन गायब होने की सूचना से हड़कंप मच गया। हर कोई परेशान रहा कि यह कैसे हो गया। पांच दिन तक उसकी तलाश की गई लेकिन पता नहीं चल सका। क्9 मार्च को आरआई फ‌र्स्ट राम नाथ वर्मा ने इस मामले में कैंट पुलिस स्टेशन में कांस्टेबल बृजेश के खिलाफ आईपीसी की धारा ब्09 के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई। इस मामले में जांच के लिए कैंट पुलिस ने बृजेश को हिरासत में ले लिया।

पुलिस लाइंस में मिला कारबाइन

क्9 मार्च को एफआईआर की सूचना पूरे विभाग को हो गई। लेकिन ख्ब् घंटे के अंदर ही पुलिस को वह कारबाइन मिल गई। कैंट पुलिस को किसी ने सूचना दी कि पुलिस लाइंस में मजार के गेट के पास एक कारबाइन पड़ी है.मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे रिकवर कर लिया, जिसके बाद सभी ने राहत की सांस ली।

सेटिंग तो नहीं

वैसे तो पुलिस का सिरदर्द खत्म हो चुका है। पुलिस की गायब कारबाइन मिल चुकी है। लेकिन सवाल ये उठ रहे हैं कि आखिर पुलिस लाइंस में कारबाइन कैसे पहुंची। क्या चोर इतने वफादार हो गए हैं कि चोरी करने के बाद कारबाइन को ले गए और पुलिस लाइंस में पहुंचा दिया। पुलिस ऑफिसर भी इस सेटिंग को समझ कर भी चुप्पी साधे हुए है।

ऐसे ही मिला था एके ब्7

क्8 मई ख्0क्ख् धूमनगंज मरियाडीह। पुलिस की गोली से युवक के जख्मी होने की जानकारी मिलते ही बवाल शुरू। पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ और बमरौली पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया गया। मौके पर आग बुझाने पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी में भी आगजनी हुई। नतीजा लाठीचार्ज और फिर फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई। फिर क्या था। आक्रोशित पब्लिक ने पुलिस पर हमला बोल दिया। एसपी सिटी को बचाने के चक्कर में उनका गनर जनार्दन फंस गया। उसका एके ब्7 छीन ले गए और उसे मारपीट कर लहूलुहान कर दिया। जांच शुरू हुई और सेटिंग भी। नतीजा कुछ देर बाद भी पुलिस को वहीं से लावारिस हालत में एके ब्7 मिल गया।