-परिजनों ने शहदाना चौक जामकर किया हंगामा,

-पुलिसकर्मियों और पार्षद पर हत्या की एफआईआर की मांग

BAREILLY: पुलिस टॉर्चर से दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में एडमिट मीट कारोबारी सलीम उर्फ मुन्ना कुरैशी की थर्सडे सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। जैसे ही मौत की खबर परिजनों को मिली तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। सैकड़ों लोग शहदाना चौक पर पहुंचे और जाम लगा दिया। परिजनों की मांग थी आरोपी पुलिसकर्मियों, स्थानीय पार्षद पति के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की जाए और एक दलाल बड़े के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। बवाल की सूचना पर सीओ कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंची। परिजनों को एफआईआर दर्ज करने, आरोपी पार्षद को जेल भेज देने और मुआवजे के आश्वासन के बाद परिजन शांत हुआ। पोस्टमार्टम हाउस और दफनाए जाने तक फोर्स तैनात रही। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। विसरा प्रिजर्व कर लिया है और दिल का साइज बड़ा ि1नकला है।

13 जून को किया था टॉर्चर

बता दें कि काकरटोला निवासी सलीम उर्फ मुन्ना कुरैशी मीट कारोबारी मुन्ना कुरैशी को पार्षद पति फिरदौस अंजुम के इशारे पर चौकी इंचार्ज अली मियां जैदी रुपए की मांग कर रहे थे। 13 जून को दो कॉन्स्टेबल श्रीपाल और हरीश चंद्र उसे बुलाकर पार्षद के गेस्ट हाउस में लेकर गए थे। यहां धमकाने पर मुन्ना की तबीयत खराब हो गई थी। जिसके बाद परिजन उसे खुशलोक हॉस्पिटल और एसआरएमएस हॉस्पिटल लेकर गए थे। 4 दिन पहले मुन्ना को दिल्ली रेफर कर दिया गया था। इस मामले में चौकी इंचार्ज और दोनों कॉन्स्टेबल सस्पेंड किए जा चुके हैं। थर्सडे सुबह मुन्ना की मौत हो गई। जिसके बाद लोग गुस्से में आ गए। जिसके बाद परिजनों ने आरोपी पुलिसकर्मियों और पार्षद पति के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज करने और पार्षद पति को जेल भेजने की मांग की। पार्षद पति फिरदौस को पुलिस ने एसएसपी व सीओ के नाम पर अवैध वसूली का ऑडियो वायरल होने के मामले में वेडनसडे रात ही गिरफ्तार कर लिया था। जिसके चलते उसे तुरंत थर्सडे जेल भेज दिया गया।

आखिर क्यों नहीं हो रही बड़े पर कार्रवाई

परिजनों का गुस्सा एरिया के दलाल बड़े को लेकर थी। आरोप है कि बड़े ही पुलिस के दलाली के सारे काम कराता है लेकिन पुलिस उसपर कार्रवाई नहीं करती है। कुछ वर्ष पहले सट्टे को लेकर डबल मर्डर में भी बड़े पर आरोप लगा था, जिस पर लोगों ने हंगामा किया था, लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।

वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया

पार्षद पति फिरदौस अंजुम को ऑडियो वायरल मामले में गिरफ्तार किया था। शाम को तो उसे सभी आरोपियों की तरह थाने में जमीन पर बैठाया गया, लेकिन रात में उसे वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया। उसे कार्यालय में गद्दे पर आराम से सोने के लिए दिया गया। इसके अलावा उसे आराम से बिना हथकड़ी लगाकर ले जाया गया।

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पुलिस ने बंधक बनाकर घुमाया

बारादरी पुलिस पर ही एक युवक को गाड़ी में डालकर बंधक बनाकर घुमाने और गाली-गलौज करने का मामला सामने आया है। युवक के भाई हेमंत रुद्रा शाक्या ने यूपी पुलिस से मामले में ट्वीट किया है। बरेली पुलिस की ओर से सीओ सेकेंड को जांच सौंपी गई है। अनुज शॉक्या का आरोप है कि 19 जून को वह जॉब से घर वापस लौट रहे थे, कि रात में पुलिस की गाड़ी ने पूछताछ की और गाली-गलौज की। जब विरोध किया तो चोरी के इल्जाम में जेल भेजने की धमकी दी। एक कॉन्स्टेबल ने गाली-गलौज की और फिर रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज के पास सुनसान एरिया में छोड़ दिया।

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चौकी इंचार्ज पर रिश्वत मांगने का आरोप

अब बिहारीपुर के चौकी इंचार्ज पर भी रिश्वत मांगने का आरोप लग गया है। ऑटो ड्राइवर सुरेश चंद्र ने 10 अप्रैल को 15 लाख रुपए का मकान बेचा था। 12 अप्रैल को उसके अकाउंट से सारे रुपए निकल गए। उसने इसकी तहरीर चौकी इंचार्ज को दी। उसे शक है कि उसकी पत्‍‌नी संतोष ने रुपए निकाले हैं। चौकी इंचार्ज ने रुपए वापस कराने के लिए 20 हजार रुपए मांगे और उसके बाद से चक्कर लगवा रहे हैं।