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PATNA: डायल 100 सेवा को पूरी तरह से हाईटेक बनाया गया है। इस क्रम में डायल 100 की सेवा से कॉन्फ्रेसिंग के जरिए बात करने की भी सुविधा होगी। डायल 100 सेवा की लॉन्चिंग के मौके पर शास्त्रीनगर थाना से बात करने का अनुरोध डीजीपी कंट्रोल रूम से किया गया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर आश्वस्त किया कि अगर पुलिस को इस सिस्टम को और अधिक दुरुस्त करने के लिए एक हजार करोड़ की भी जरूरत पड़ी तो सरकार पीछे नहीं हटेगी। सरकार का उद्देश्य हर किसी को एक कॉल में मदद दिलाने का है। एडीजी हेडक्वार्टर एके सिंघल ने डायल 100 की आधुनिक सुविधाओं को विस्तर से बताया।

आम आदमी का सुरक्षा नंबर

सेवा की लॉन्चिंग के मौके पर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा कि इस तकनीक पर भी काम हो रहा है कि अगर कोई व्यक्ति कहीं घिरा हुआ है और बोलने में खतरा है तो वह सिर्फ 100 नंबर डायल कर दे। सिर्फ नंबर डायल होने पर पुलिस वहां पहुंच जाएगी। गृह विभाग के प्रधान सचिव अमीर सुबहानी ने कहा कि डायल 100 से अपराधियों में भी खौफ होगा। डीजीपी केएस द्विवेदी ने कहा कि सरकार निरंतर इस उद्देश्य पर काम कर रही है कि उसकी योजनाओं से आम आदमी को लाभ हो। डायल 100 उसी कड़ी के तहत आरंभ की गई एक सेवा है। यह सेवा आम आदमी की मदद का बड़ा हथियार है।

डायल 100 को लेकर बड़ा प्लान

-यह देखना होगा कि पुलिस तंत्र सक्रिय है या नहीं।

-यह आकलन आवश्यक है कि घटना के कितनी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची।

-थाना स्तर पर अपराध का विश्लेषण करने का निर्देश पूर्व में ही दिया जा चुका है।

-पुलिस पर हमले की घटनाओं में सख्ती से निपटा जाए।

-किसी ऑपरेशन में जाने से पहले पुलिस बल की ताकत का आंकलन किया जाए।

-बिहार पुलिस में किसी संसाधन की नहीं होने दी जाएगी कमी।

-अब पुलिस के पास थ्री नॉट थ्री राइफल नहीं आधुनिक हथियार है।

-पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाने पर किया जाएगा विशेष काम।

-थाने और ओपी पर लैंडलाइन फोन लगाया जाएगा।

-बीएसएनएल के साथ यह करार होगा संचार व्यवस्था को लेकर।

-डायल 100 सेवा को और आधुनिक बनाए जाने पर होगा काम।

-कंप्यूटर एडेड पुलिस डिस्पैच व्हीकल की व्यवस्था की जाएगी।

-थाना स्तर के तबादले में सोशल बैलेंस की व्यवस्था बनाई जाए।

-हर महीने सीएस-डीजी व गृह सचिव की बैठक में विधि-व्यवस्था से जुड़े मामलों की समीक्षा हो।

-मुख्य सचिव, गृह सचिव और डीजीपी के स्तर पर हर माह समीक्षा हो।