आगरा। स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में शहर के तालाबों और नालों को भी देखा जाएगा। इस प्रकार का प्रावधान पहली बार किया गया है। नाले और वाटर सोर्स का भौतिक सत्यापन करने के बाद भी स्वच्छता सर्वेक्षण में इनकी रेटिंग की जाएगी। इस बारे में नगर निगम के पर्यावरण अभियंता राजीव राठी ने बताया कि शहर में जो भी वाटर सोर्स हैं, उनकी सफाई की जाएगी। नालों से कचरे की सफाई की जाएगी। इस बार के स्वच्छता सर्वेक्षण के प्रारुप में इनको शामिल किया गया है।

रेटिंग के हिसाब से मिलेगा फंड

इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के मानकों में बदलाव किया गया है। इसमें रेटिंग के हिसाब से ही फंड मुहैया कराया जाएगा। अब इसमें पूर्णाक पांच हजार का होगा। आपको बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में पूर्णाक चार हजार अंकों का था। शहरी विकास मंत्रालय द्वारा जो पूर्णाक जारी किया गया है। उसमें भौतिक सत्यापन, सिटीजन का फीडबैक, दस्तावेजों की जांच आदि को सम्मिलित किया जाएगा। इस बार के स्वच्छता सर्वेक्षण में खास बात ये रहेगी, कि शहर को स्टार रेटिंग मिलेगी। उससे ही फंड का निर्धारण होगा। आपको बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में शहर को देश में 102 वां स्थान मिला था। गत वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को प्रदेश में 9 वां और देश में 263 वां स्थान मिला था।